उत्तर कोरिया ने 2 मिसाइलें दागीं : सियोल (लीड-1)

सियोल, 25 मार्च (आईएएनएस)। उत्तर कोरिया ने गुरुवार को पूर्वी सागर में दो कम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलें दागी हैं, दक्षिण कोरिया के जॉइंट चीफ ऑफ स्टाफ (जेसीएस) ने इस बात की पुष्टि की।

समाचार एजेंसी योनहाप के मुताबिक, जेसीएस ने एक बयान में कहा कि मिसाइलों को दक्षिण हमग्योंग प्रांत में उत्तर के हामजू शहर से सुबह 7.06 बजे और 7.25 बजे दागा गया और इसने 60 किलोमीटर की ऊंचाई के साथ लगभग 450 किलोमीटर तक उड़ान भरी।

बयान में एक जेसीएस अधिकारी के हवाले से कहा गया, दक्षिण कोरियाई और एसएस खुफिया अधिकारी विस्तार से प्रोजेक्टाइल का विश्लेषण कर रहे हैं, संभावना है कि वे कम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल हो सकते हैं।

आखिरी बार उत्तर कोरिया ने मार्च 2020 में एक बैलिस्टिक मिसाइल दागी थी।

फिलहाल यह ज्ञात नहीं है कि उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग-उन ने मिसाइलों के प्रक्षेपण का निरीक्षण किया या नहीं।

समाचार एजेंसी डीपीए के मुताबिक, इस बीच, जापानी प्रधानमंत्री योशीहिडे सुगा ने भी कहा कि प्रोजेक्टाइल बैलिस्टिक मिसाइल थे।

सुगा ने कहा कि टोक्यो गंभीर रूप से इसका विरोध कर रहा है और टोक्यो इस कृत्य की कड़ी निंदा करता है।

सुगा ने पत्रकारों से कहा, मिसाइलों के लॉन्च से हमारे देश और क्षेत्र की शांति और स्थिरता को खतरा है और यह संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों का स्पष्ट उल्लंघन है।

योनहाप की रिपोर्ट में कहा गया है कि उत्तर कोरिया ने रविवार को पीले सागर में दो क्रूज मिसाइल दागे, जिसके चार दिन बाद गुरुवार कम दूरी की दो बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं।

अमेरिकी प्रशासन के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, सप्ताहांत में किए गए परीक्षण सामान्य परीक्षण का हिस्सा थे और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों का उल्लंघन नहीं किया।

दक्षिण कोरिया और अमेरिका के सशस्त्र बलों द्वारा संयुक्त सैन्य अभ्यास के मद्देनजर रविवार को उत्तर कोरिया ने परीक्षण किए थे।

नौ दिवसीय कमांड अभ्यास, जिसमें फील्ड ट्रेनिंग शामिल नहीं था, पिछले सप्ताह गुरुवार को समाप्त हुआ।

किम जोंग-उन की प्रभावशाली बहन किम यो-जोंग ने सैन्य अभ्यास की निंदा की थी और नए अमेरिकी प्रशासन पर परेशानी पैदा करने का आरोप लगाया था।

गौरतलब है कि संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों में उत्तर कोरिया पर बैलिस्टिक मिसाइलों का परीक्षण करने पर प्रतिबंध लगाया गया है।

–आईएएनएस

वीएवी/एसजीके