ईरान की संसद ने राष्ट्रपति रूहानी पर कानूनों की अवहेलना का आरोप लगाया

तेहरान, 11 अप्रैल (आईएएनएस)। ईरान की संसद ने राष्ट्रपति हसन रूहानी पर संसद द्वारा पारित कानूनों की अवहेलना करने और देश में कट्टरपंथियों और नरमपंथियों के बीच सत्ता संघर्ष तेज करवाने का आरोप लगाया है।

डीपीए ने समाचार एजेंसी फार्स का हवाला देते हुए रविवार को रिपोर्ट दी कि 235 सांसदों में से 190 ने आगे कोई पृष्ठभूमि या विवरण दिए बिना पारित कानूनों के पक्ष में मतदान किया।

पर्यवेक्षकों को वियना में वोट और नए सिरे से परमाणु वार्ता के बीच एक रिश्ता दिखाई देता है, जिसमें कट्टरपंथियों के कट्टर-दुश्मन, अमेरिका के साथ एक समझौते की जरूरत हो सकती है।

फरवरी 2020 में संसदीय चुनावों में अपनी जीत के तुरंत बाद, कट्टरपंथियों और रूढ़िवादियों ने उदारवादी राष्ट्रपति पर दबाव डाला था और उन्होंने अंतत: इस्तीफा दे दिया था।

उनका तर्क है कि रूहानी ने पश्चिमी समर्थक नीतियों और 2015 के वियना परमाणु समझौते के साथ अपने वैचारिक लक्ष्यों से इस्लामिक गणराज्य को परेशान किया।

रूहानी ने पिछले साल जून में संसद में कट्टरपंथियों पर राष्ट्रपति चुनाव से पहले घरेलू सत्ता संघर्ष के लिए राष्ट्रीय हितों की बलि देने का आरोप लगाया था।

रूहानी दो कार्यकाल के बाद फिर से पद पर बने रहने में सक्षम नहीं हो सकते, लेकिन पर्यवेक्षकों के अनुसार, कट्टरपंथी अन्य उदारवादी उम्मीदवारों के आगे आने की संभावना को कम करना चाहते हैं।

–आईएएनएस

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