इस शख्स की मदद से भारत आया श्रीदेवी का शव

मुंबई – श्रीदेवी पंचतत्व में विलीन हो चुकी हैं । उनके शव को दुबई से भारत लाने में जिस एक शख्स ने सबसे अहम् भूमिका निभाई, उसका नाम है अशरफ़ थमारासेरी। अशरफ़ के बारे में अब तक कम ही लोग जानते हैं। मूल रूप से केरल निवासी अशरफ़ पिछले काफी समय से दुबई में रह रहे हैं और ज़रूरतमंद भारतीयों के लिए वे किसी फ़रिश्ते से कम नहीं हैं। ख़बरों के मुताबिक, श्रीदेवी के शव को भारत लाने के लिए दुबई में जितनी भी कागज़ी कार्रवाई हुई उसमें अशरफ़ ने अहम भूमिका निभाई। अगर किसी भारतीय की यूएई में मौत हो जाती है, तो उसके शव को भारत पहुंचाने के लिए 44 साल के अशरफ़ हर संभव सहायता करते हैं। यहां तक कि कागज़ी कार्रवाई के लिए भी खुद ही भागदौड़ करते हैं। खास बात ये है कि इसके लिए वो मृतक के परिजनों से किसी भी प्रकार की फीस भी नहीं लेते।

ये मेरी नैतिक ज़िम्मेदारी

अशरफ़ अब तक 4700 मृत लोगों के शव भारत वापस लाने में मदद कर चुके हैं। एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा था कि मैं इसे अपनी नैतिक ज़िम्मेदारी समझता हूं। चाहे दुबई हो, शारजाह या अमीरात जब भी मुझे किसी भारतीय के निधन की सूचना मिलती है, मैं खुद सभी ज़रूरी कार्रवाई करता हूं ताकि उसका शव उसके परिजनों तक पहुंचाया जा सके। श्रीदेवी के बारे में उन्होंने कहा कि पासपोर्ट संबंधी जितनी भी दिक्कतें आ रहीं थीं मैंने उसमे मदद की। अशरफ़ दुबई से 35 किलोमीटर दूर एक छोटे से शहर में अपनी पत्नी और बेटी के साथ रहते हैं। उनका कहना है, कई बार लोगों को पता नहीं होता कि शव को स्वदेश कैसे लेकर जाना है, इसीलिए मैं ये काम करता हूं।