इस्मा ने चीनी उत्पादन अनुमान बढ़ाकर 265 लाख टन किया

 नई दिल्ली, 25 फरवरी (आईएएनएस)| निजी चीनी मिलों का शीर्ष संगठन इंडियन शुगर मिल्स एसोसिएशन (इस्मा) ने देश में इस साल चीनी के उत्पादन अनुमान में पांच लाख टन की बढ़ोतरी की है।

 इस्मा द्वारा मंगलवार को जारी दूसरे अग्रिम उत्पादन अनुमान के अनुसार चालू गन्ना पेराई सीजन 2019-20 (अक्टूबर-सितंबर) के दौरान देश में चीनी का उत्पादन 265 लाख टन हो सकता है। इससे पहले उद्योग संगठन ने चालू सीजन में 260 लाख टन चीनी उत्पादन का अनुमान लगाया था।

चीनी उद्योग संगठन ने बीते महीने जनवरी के आखिरी सप्ताह में गóो की कटाई और खड़ी फसलों के उपग्रह द्वारा चित्र लिए थे जिसके आधार पर उत्पादन का आकलन किया गया है।

इस आकलन के अनुसार, देश के सबसे बड़े चीनी उत्पादक राज्य उत्तर प्रदेश में चालू सीजन में 118 लाख टन चीनी का उत्पादन होने का अनुमान है जोकि तकरीबन उतना ही है जितना पिछले साल 2018-19 के दौरान हुआ था।

देश के दूसरे सबसे बड़े चीनी उत्पादक राज्य महाराष्ट्र में इस 62 लाख टन चीनी उत्पादन का अनुमान है जबकि पिछले साल 107.20 लाख टन था।

बता दें कि महाराष्ट्र के प्रमुख गन्ना उत्पादक क्षेत्र कोल्हापुर, सतारा, सांगली और पुणे में मानसून सीजन में आई भारी बाढ़ के कारण काफी फसल बर्बाद हो गई थी।

वहीं, तीसरे प्रमुख उत्पादक प्रदेश कर्नाटक में भी इस साल चीनी का उत्पादन पिछले साल के 44.30 लाख टन से घटकर 33 लाख टन होने का अनुमान है।

हालांकि अन्य राज्यों के उत्पादन अनुमान में कोई खास तब्दीली नहीं की गई है।

दूसरे अग्रिम उत्पादन अनुमान के अनुसार, तमिलनाडु, गुजरात, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना, बिहार पंजाब, हरियाणा, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा और उत्तराखंड में कुल मिलाकर 52 लाख टन चीनी का उत्पादन होने का अनुमान है जोकि उतना ही है जितना इस्मा ने नवंबर में जारी पहले अग्रिम उत्पादन अनुमान में आकलन किया था।

चालू गन्ना पेराई सीजन 2019-20 में बी-हैवी शीरे और गóो के रस से एथेनॉल की आपूर्ति के अनुबंध क्रमश: 61.63 करोड़ लीटर और 10.60 करोड़ लीटर है।

मालूम हो कि चीनी का पिछले साल का बकाया स्टॉक 145 लाख टन है और उत्पादन 265 लाख टन को मिलाकर कुल चालू सीजन के दौरान कुल आपूर्ति 410 लाख टन होगी जबकि घरेलू खपत तकरीबन 260 लाख टन है और निर्यात 50 लाख टन से अधिक होने का अनुमान है।

इस प्रकार, सीजन के आखिर में 30 सितंबर को चीनी का बचा हुआ स्टॉक तकरीबन 100 लाख टन रह सकता है।