इलाज के बाद फिर कस्टडी में पहुंचे डीएसके

पुणे। निवेशकों के साथ धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार पुणे के मशहूर बिल्डर डीएसके इलाज के बाद फिर से पुलिस कस्टडी में पहुंच गए। शुक्रवार को अदालत में पेश करने पर उन्हें 1 मार्च तक कस्टडी में भेजने का आदेश दिया गया। डीएसके और उनकी पत्नी हेमंती के खिलाफ पुणे के साथ मुंबई और कोल्हापुर में धोखाधड़ी के मामले दर्ज हैं। पुणे पुलिस द्वारा दिल्ली से गिरफ्तार किए जाने के बाद कस्टडी में गिरकर चोटिल होने के बाद डीएसके को पहले ससून फिर दीनानाथ मंगेशकर हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। इलाज के बाद आज उन्हें अदालत में पेश किया गया जहां उन्हें 1 मार्च तक कस्टडी में भेजा गया।

जैसा कि पहले बताया गया कि डीएसके के खिलाफ कोल्हापुर और मुंबई में भी धोखाधड़ी के मामले दर्ज हैं, अतः कोल्हापुर पुलिस ने भी उन्हें अपने कब्जे में लेने की गतिविधियां तेज कर दी है। इसके चलते पुणे की अदालत में अर्जी भी दी गयी है। कोल्हापुर और सांगली के प्रोजेक्ट में तकरीबन पौने तीन सौ लोगों ने निवेश किया है। उनके साथ धोखाधड़ी किये जाने को लेकर राजाराम पूरी पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया है।पुणे में आर्थिक अपराध शाखा के पास चार हजार निवेशकों से तकरीबन 285 करोड़ की धोखाधड़ी की शिकायतें मिली है।

हाई कोर्ट से गिरफ्तारी हेतु हरी झंडी मिलने के बाद पुणे पुलिस की टीम ने डीएसके और उनकी पत्नी हेमंती कुलकर्णी को दिल्ली से तब गिरफ्तार कर लिया जब वे पुनः सर्वोच्च न्यायालय से दरकार लगाने की कोशिशों में थे। गिरफ्तारी के बाद कस्टडी में गिरने से चोटिल हुए डीएसके का ससून और मंगेशकर हॉस्पिटल में इलाज जारी था। आज डॉक्टरों ने उनकी मेडिकल रिपोर्ट अदालत में पेश की जिसके आधार पर उन्हें 1 मार्च तक पुनः पुलिस कस्टडी में भेजने का आदेश दिया गया। अब कोल्हापुर पुलिस ने भी डीएसके दंपति को हिरासत में लेने के लिए अर्जी दे दी है। बहरहाल मामले की जांच पुलिस उपायुक्त नीलेश मोरे कर रहे हैं।