उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि देश की खुफिया एजेंसियां जिन चुनौतियों का सामना कर रही हैं, उन पर तत्काल विचार करने की दरकार है।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, शुक्रवार को प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए मंत्रिपरिषद की एक महत्वपूर्ण बैठक में अल-कदीमी ने यह टिप्पणी की। उनका यह बयान बगदाद में दोहरे आत्मघाती विस्फोट के एक दिन बाद आया है। इस विस्फोट में 32 लोग मारे गए थे और 116 अन्य बुरी तरह घायल हुए थे।
पिछले दो वर्षो में बगदाद में इस तरह का यह पहला हमला है। इसकी जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट ने ली थी। इस विस्फोट के बाद अल-कदीमी ने एक आपात बैठक बुलाई थी और पांच सुरक्षाकर्मियों को बर्खास्त कर दिया था।
प्रधानमंत्री अल-कदीमी इराकी सेना के कमांडर-इन-चीफ भी हैं। उन्होंने कहा कि कल जो कुछ भी हुआ जो हमारी सुरक्षा में सेंध था और हम इसकी पुनरावृत्ति की अनुमति नहीं देंगे। हमने लोगों को पूरी सुरक्षा देने का आश्वासन दिया है।
बयान के मुताबिक, प्रधानमंत्री ने इस बात का भी जिक्र किया कि विगत कुछ महीनों में सुरक्षा एजेंसियों ने आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट द्वारा बगदाद पहुंचने की कोशिश को नाकाम करने के लिए अथक परिश्रम किया है।
–आईएएनएस
राम/एसजीके