इंडोनेशिया-चीन आर्थिक संबंधों को बढ़ावा देगी आरसीईपी : विशेषज्ञ

जकार्ता, 22 नवंबर (आईएएनएस)। इंडोनेशियाई विशेषज्ञों को उम्मीद है कि इंडोनेशिया और चीन के बीच आर्थिक और व्यापार संबंधों को बढ़ावा देने के लिए रीजनल कॉम्प्रिहेंसिव इकॉनॉमिक पार्टनरशिप (आरसीईपी) की बड़ी भूमिका हो सकती है।

इंडोनेशिया की आर्थिक विशेषज्ञ नादिला इचानास ने कहा, हम अभी मंदी की स्थिति में हैं और अगर आरसीईपी आर्थिक संबंधों को सुधारने में सफल होता है, तो इंडोनेशिया शायद चीन और अन्य बड़ी अर्थव्यवस्थाओं के सहयोग से मंदी से बाहर निकल सकेगा।

समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक, सांख्यिकी इंडोनेशिया (बीपीएस) के अनुसार यहां की आर्थिक वृद्धि में 2020 की तीसरी तिमाही में 3.49 प्रतिशत का संकुचन आया, जिसने देश की अर्थव्यवस्था को लगातार 2 तिमाहियों के लिए मंदी की स्थिति में ला दिया। दूसरी तिमाही में इंडोनेशिया की अर्थव्यवस्था -5.32 प्रतिशत की दर से बढ़ी थी।

अर्थव्यवस्था में भारी गिरावट के बाद भी देश चीन के लिए निर्यात में अहम छूट देता रहा। बीपीएस के आंकड़ों के मुताबिक इंडोनेशिया का सबसे बड़ा गैर-तेल और गैस निर्यात अक्टूबर 2020 में चीन को हुआ था।

इंडोनेशियाई वित्त मंत्री श्री मुलानी इंद्रावती ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, सबसे खराब स्थिति अब खत्म हो गई है और आर्थिक विकास के सभी घटक जिसमें व्यय और उत्पादन शामिल हैं, दोनों बढ़े हैं।

एक आर्थिक विद्वान मर्पिन जोशुआ सेबरिंग ने कहा कि आरसीईपी से इंडोनेशियाई उद्योग के लिए अवसर पैदा होंगे, यह निवेशकों को भी निवेश के लिए प्रेरित करेगा। यह वित्तीय सेवा देने वालों को भी बहुत लाभ देगा, आर्थिक क्षमता बढ़ाने और छोटे और मध्यम आकार के उद्यमों की क्षमता बढ़ाने, बौद्धिक संपदा को बढ़ावा देने, क्षेत्र में डिजिटल व्यापार का विस्तार करने और इंडोनेशियाई निर्यात उत्पादों के लिए बाजार की पहुंच का विस्तार करने के अवसर पैदा करेगा।

–आईएएनएस

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