आठ साल पहले किए डबल मर्डर की गुत्थी सुलझी, हत्या के मामले में तीन गिरफ्तार

पुणे – आठ साल पहले किए गए डबल मर्डर का आरोपी आखिरकार पुणे पुलिस के हत्थे चढ़ा. पुणे पुलिस के गुंडा स्कॉड नार्थ (क्राइम ब्रांच) की टीम ने इस मामले में एक तडीपार गुंडा सहित दो लोगों को गिरफ्तार किया है. आठ साल पहले साडू और साडू की मां का बेरहमी से हत्या करके दोनों लाश को अलग अलग स्थान में खाई में फेंक दिया गया था. आठ साल बाद डबल मर्डर के आरोपी को पकड़ने में पुणे पुलिस कामयाब रही.

इस मामले में पुलिस ने सुनील आण्णा कांबले (उम्र 30, निवासी मुलशी, पुणे) को गिरफ्तार किया गया है, इस हत्या में साथ देनेवाले उसके दो साथीदार सनी उर्फ रामचंद्र राजू जाधव (उम्र 31, निवासी मुलशी, पुणे), गणेश उर्फ पप्पू रामचंद्र डामसे (उम्र 29, निवासी आंबेगांव, पुणे) को गिरफ्तार किया गया है. इस हत्याकांड में उनका एक और साथीदार राजू यादव भी शामिल था.

इस हत्याकांड में संभाजी उर्फ पिंटया आनंदा गोठे और कांताबाई गोठे की हत्या आठ साल पहले की गई थी. संभाजी गोठे ने उसकी साली (सुनील कांबले की पत्नी) के साथ छेड़खानी की थी, इस बात से खफा होकर संभाजी गोठे को सबक सिखाने का प्लान सुनील कांबले ने किया था. अपने तीन दोस्तों के साथ मिलकर सुनील कांबले ने शराब की पार्टी देने के बहाने करके संभाजी गोठे को कार में बैठाकर ले गए थे और कार के अंदर ही संभाजी गोठे के साथ मारपीट की और उसकी हत्या कर दी थी. हत्या करने के बाद संभाजी गोठे की लाश को भीमाशंकर के पास घोडेगांव स्थित खाई में फेंक दिया था.

संभाजी गोठे की मां कांताबाई को शक था कि उसके बेटे के साथ सुनील कांबले ने जरूर कुछ कर दिया है, वो सुनील कांबले के खिलाफ पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराने की धमकी थी, पुलिस में रिपोर्ट होने के बाद हत्या का सच बाहर आने के डर से कांताबाई को बहला फुसलाकर लोनावला के पास लेकर गया, कांताबाई को कहा कि आपका बेटा लोनावला में है. लोनावला में ले जाकर चारों ने कांताबाई का गला दबाकर हत्या कर दी थी और कांताबाई की लाश को लोनावला की खाई में फेंक दिया था.

गुंडा स्कॉड, नार्थ क्राइम ब्रांच की टीम हिंजवडी इलाके में पेट्रोलिंग करते समय पुलिस कर्मचारी रमेश भिसे को खबरी द्वारा मिली थी कि एक तड़ीपार आरोपी हिंजवडी परिसर में घूम रहा है, पेट्रोलिंग के दौरान ही पुलिस ने जाल बिछाकर सुनील कांबले को गिरफ्तार किया. पुलिस पूछताछ में आरोपी ने डबल मर्डर करने की बात कबूल की.

यह कारवाई अपर पुलीस आयुक्त गुन्हे प्रदीप देशपांडे, पुलीस उप आयुक्त पंकज डहाणे सहा पुलीस आयुक्त गुन्हे-२ संजय निकम इनेक मार्गदर्शनपर पुलीस निरीक्षक ब्रम्हानंद नाईकवाडी, सहायक पोलीस निरीक्षक गणेश पवार, पोलीस उप निरीक्षक पोपटराव गायकवाड, पुलीस कर्मचारी रमेश भिसे, राजनारायण देशमुख, भालचंद्र बोरकर, दिपक भुजबळ, प्रदीप शेलार, किरन चोरगे, अतुल मेंगे, दत्तात्रय फुलसंदर, नरेंद्र सोनवणे, कांतीलाल बनसुडे, तानाजी गाडे, नवनाथ चांदणे, निलेश शिवतरे, शितल शिंदे इन्होने की.