आज की महिला पूरी तरह से स्वतंत्रता उपभोग रही है : स्नेहल बालसराफ

इंद्रायणी महाविद्यालय में मनाया गया महिला दिवस

पिंपरी, प्रतिनिधि : आज की महिला उसे मिली स्वतंत्रता का पूरी तरह से उपभोग कर रही है, लेकिन महिलाओं को स्वतंत्रता उपभोगते समय स्वच्छंद नहीं होना चाहिए. यह उम्मीद महाराष्ट्र राज्य माध्यमिक शिक्षक संघ की प्रतिनिधि स्नेहल बालसराफ ने व्यक्त की.

तलेगांव दाभाडे के इंद्रायणी महाविद्यालय में महिला दिवस मनाया गया. स्नेहल बालसराफ ने  कहा कि लड़कियों को अपना स्वतंत्र अस्तित्व निर्माण करना चाहिए. लेकिन उस स्वतंत्रता में जिम्मेदारी का साथ भी होना चाहिए. प्रत्येक लड़की को अपनी संस्कृति का जतन करते हुए अपने लिए सम्मान का स्थान निर्माण करना चाहिए. आज अनेक लड़कियों के पास स्मार्टफोन है. इस स्मार्टफोन का उपयोग अच्छी तरह से करना चाहिए. सोशल मीडिया का उपयोग भी आवश्यकता से अधिक नहीं करना चाहिए, अन्यथा यह लत बन जाती है. ऐसा कहा जाता है कि स्त्री पुरुष की अर्धांगिनी होती है. साथ ही जिस प्रकार यह कहा जाता है कि प्रत्येक सफल पुरुष के पीछे एक स्त्री का योगदान होता है, उसी प्रकार यह भी उतना ही सच है कि प्रत्येक सफल स्त्री के पीछे भी एक पुरुष का योगदान होता है. लड़की दो घरों को जोड़नेवाला सूत्र होती है. साथ ही वह दो पीढ़ियों को जोड़ने का भी काम करती है. इस कारण उसे दुहेरी भूमिका निभानी पड़ती है. इसीलिए स्त्री को घर का आधारस्तंभ कहा जाता है. छात्राओं को भविष्य में जिम्मेदारी से रहना सीखना चाहिए. लड़कियों के लिए काफी सारी सुविधाएं उपलब्ध है. इन सुविधाओं का लाभ लड़कियों को उठाना चाहिए.