चेन्नई और दिल्ली का इस सीजन में यह पहला मुकाबला है। चेन्नई ने इस मुकाबले में टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए रैना के 36 गेंदों पर तीन चौकों और चार छक्कों की मदद से 54 रन तथा जडेजा और करेन के बीच अंत में सातवें विकेट के लिए 27 गेंदों पर 51 रनों की साझेदारी की बदौलत 20 ओवर में सात विकेट पर 188 रन बनाए।
दिल्ली की ओर से आवेश खान और क्रिस वोक्स ने दो-दो विकेट लिए जबकि रविचंद्रन अश्विन और टॉम करेन ने एक-एक विकेट लिया।
इससे पहले, चेन्नई की शुरूआत खराब रही और उसने फाफ डू प्लेसिस का विकेट कुल सात रन के स्कोर पर गंवा दिया। डू प्लेसिस तीन गेंदें खेले खाता खोले बिना आउट हुए। इसके कुछ समय बाद ही टीम के इसी स्कोर पर रुतुराज गायकवाड़ अपना विकेट गंवा बैठे। उन्होंने आठ गेंदों पर एक चौके की मदद से पांच रन बनाए।
शुरूआती झटकों के बाद मोइन अली और रैना ने पारी को संभालने की कोशिश की और दोनों बल्लेबाजों के बीच तीसरे विकेट के लिए 53 रनों की साझेदारी हुई। हालांकि मोइन अश्विन की गेंद पर शिखर धवन को कैच थमाकर आउट हो गए। मोइन ने 24 गेंदों पर चार चौकों और दो छक्कों की मदद से 36 रन बनाए।
यह साझेदारी टूटने के बाद अंबाटी रायुडू और रैना ने चौथे विकेट के लिए 63 रन जोड़े लेकिन रायुडू 16 गेंदों पर एक चौके और दो छक्कों की मदद से 23 रन बनाकर चौथे बल्लेबाज के रूप में आउट हुए।
रैना ने इसके बाद अपना अर्धशतक पूरा किया लेकिन वह रन आउट होकर पवेलियन लौट गए। रैना के आउट होने के तुरंत बाद कप्तान महेंद्र सिंह धोनी खाता खोले बिना आवेश की गेंद पर बोल्ड हो गए। धोनी लंबे समय बाद मैदान पर उतरे थे लेकिन इस सीजन के पहले मैच वह बल्ले से करिश्मा नहीं दिखा सके।
अंत के ओवरों में जडेजा और करेन ने ताबड़तोड़ पारियां खेली और टीम को सुखद स्थिति तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई। जडेजा चोटिल होने के बाद पहली बार मैदान पर उतरे और उन्होंने बल्ले से अपना जल्वा बिखेरा। करेन ने अपनी पारी में चार चौके और दो छक्के जड़े जबकि जडेजा ने 17 गेंदों की अपनी पारी में तीन चौके लगाए।
— आईएएनएस
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