अविलंब खुले शैक्षिणक संस्थान, छात्र संगठनों ने की मांग

नई दिल्ली, 17 जनवरी (आईएएनएस)। दिल्ली विश्वविद्यालय समेत विभिन्न विश्वविद्यालयों से जुड़े कई छात्र संगठन अब शिक्षण संस्थानों को फिर से खोले जाने के पक्ष में हैं।

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के प्रतिनिधिमंडल ने शिक्षा, महिला एवं बाल, युवा तथा खेल मामले पर संसदीय स्थाई समिति के अध्यक्ष विनय सहस्त्रबुद्धे से मुलाकात की। अभाविप ने संसदीय स्थाई समिति के अध्यक्ष को तालाबंदी के पश्चात अब पुन: शिक्षण संस्थानों को खोलने संबंधी सुझाव दिए हैं।

छात्र संगठन ने इंटरमीडिएट तथा हाईस्कूल बैच के लिए परीक्षा से कम से कम 2 माह पूर्व प्रत्यक्ष रूप से विद्यालय में कक्षाएं संचालित करने का सुझाव दिया है। इसके अलावा छात्र संगठन ने ऑफलाइन पढ़ाने वाले शिक्षकों का प्रारंभिक चरण में ही कोविड वैक्सीनेशन, शिक्षकों तथा विद्यार्थियों को तकनीकी रूप से सक्षम करने हेतु डिजिटल माध्यमों से शिक्षण देने का भी सुझाव दिया है।

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने प्रयोगशालाएं तथा पुस्तकालयों को खोलने एवं ऑनलाइन माध्यम से शिक्षण को आसान बनाने हेतु उपलब्ध विकल्पों पर काम करते हुए शीघ्र क्रियान्वयन जैसे सुझाव भी दिए हैं।

अभाविप की राष्ट्रीय महामंत्री निधि त्रिपाठी ने कहा, कई विश्वविद्यालयों तथा विभिन्न बोडरें के मानविकी विषयों के पाठ्यक्रमों में विसंगतियां लगातार देखने को मिल रही हैं। अभाविप की स्थानीय इकाइयों ने पाठ्यक्रमों की विसंगतियों को दूर करने के लिए स्थानीय स्तर पर प्रयास भी किए हैं। हमने संसदीय स्थाई समिति से मानविकी तथा समाज विज्ञान आदि विषयों के पाठ्यक्रमों में व्यापक सुधार की मांग को रखा है। पाठ्यक्रमों में व्यापक संशोधन की हमारी लंबे समय से मांग रही है। हमने समिति के अध्यक्ष को तालाबंदी के उपरांत शिक्षण संस्थानों को धीरे-धीरे खोले जाने की मांग रखी है, जिससे महीनों से बंद पड़ी ऑफलाइन शिक्षा व्यवस्था शुरू की जा सके। हम आशा करते हैं कि हमारी मांगों तथा सुझावों पर सरकार शीघ्र कार्यवाही करेगी।

–आईएएनएस

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