हाफिज अजीमुद्दीन खान राजनपुर के नव-निर्वाचित ग्राम प्रधान हैं। इस प्रमुख हिंदू गांव में एकमात्र उन्हीं का मुस्लिम परिवार है।
हाफिज सात हिंदू उम्मीदवारों के साथ अकेला मुस्लिम उम्मीदवार थे।
एक हाफिज ने कहा, मेरी जीत गांव राजनपुर में ही नहीं, बल्कि पूरे अयोध्या में हिंदू-मुस्लिम आत्मीयता का एक उदाहरण है। मैंने कभी सांप्रदायिक कार्ड नहीं खेला और अपने भाइयों और बहनों से वोट मांगा। मैं समूचे गांव को एक विस्तारित परिवार के रूप में मानता हूूं।
गांव के लिए अपनी प्राथमिकताएं बताते हुए हाफिज ने कहा, ग्राम प्रधान के पास आने वाले सभी धन का उपयोग गांव के विकास के लिए किया जाएगा। बुनियादी सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी, और मनरेगा के तहत हकदार सभी लोगों को रोजगार दिया जाएगा।
उन्होंने आगे कहा कि वह लोगों की भावनाओं को समझते हुए तालमेल के साथ काम करेंगे और धन का समुचित उपयोग सुनिश्चित करेंगे।
हाफिज की जीत से स्थानीय लोग भी उतने ही रोमांचित हैं।
स्थानीय निवासी मनोहर लाल ने कहा, हमारे गांव ने साबित कर दिया है कि हम सांप्रदायिक राजनीति से प्रभावित नहीं हुए हैं। हाफिज युवा हैं और हमें विश्वास है कि वह अच्छा काम करेंगे।
उल्लेखनीय है कि कोविड महामारी के कारण राज्य सरकार ने ग्राम प्रधानों और जिला पंचायत सदस्यों के शपथ ग्रहण समारोह को स्थगित कर दिया है।
सरकार ने जिला पंचायत अध्यक्ष और ब्लॉक प्रमुखों के चुनाव को भी स्थगित कर दिया है।
शपथ ग्रहण समारोह और ये चुनाव 15 जून के बाद होने की उम्मीद है।
–आईएएनएस
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