अयोध्या के धन्नीपुर में पौधरोपण कर मस्जिद का आगाज

अयोध्या, 26 जनवरी (आईएएनएस)। गणतंत्र दिवस के मौके पर अयोध्या के धन्नीपुर में ध्वजारोहण के साथ ही यहां पर पौधारोपण से मंगलवार को मस्जिद निर्माण की प्रक्रिया शुरू हुई।

इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन (आईआईसीएफ) के चेयरमैन जुफर फारुकी ने गणतंत्र दिवस पर यहां तिरंगा फहराया। इस दौरान यहां पर आईआईसीएफ के सदस्यों ने राष्ट्रीय ध्वज को सलामी देकर जफर फारूकी के साथ धन्नीपुर प्रोजेक्ट की शुरूआत की। मदरसा के बच्चों ने राष्ट्रगान गाया।

ट्रस्ट ने धनीपुर में प्रस्तावित मस्जिद स्थल पर गणतंत्र दिवस के दिन झंडारोहण कर राष्ट्रीय एकता व अखंडता का संदेश दिया। झंडारोहण के उपरांत उसी स्थल के पास आम, जामुन, इमली, बेल, अमरूद व तेजपत्ता का पौधा रोपण किया गया।

फारूकी ने इस दौरान यहां पर इमली का पौधा रोपकर पर्यावरण संरक्षण का भी संदेश दिया। इस मौके पर ट्रस्ट के उपाध्यक्ष अदनान फारुख, सचिव अतहर हुसैन, इमरान अहमद, डॉ शेख सौदुजजमा व मोहम्मद राशिद ने भी पौधारोपण किया। इन सभी के साथ गांव के प्रधान मेराज अहमद खान भी थे।

ट्रस्ट अध्यक्ष जफुर अहमद फारुकी ने कहा के स्वॉयल टेस्टिंग रिपोर्ट आने व मस्जिद का नक्शा स्वीकृत होने के बाद निर्माण कार्य शुरू होगा। मृदा परीक्षण के लिए नमूने लिए जा रहे हैं। अगले सप्ताह तक मस्जिद की ड्राइंग स्वीकृति के लिए अयोध्या विकास प्राधिकरण में आवेदन करेंगे। मस्जिद के लिए पांच एकड़ भूमि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद सुन्नी वक्फ बोर्ड को प्रदेश सरकार की तरफ से दी गई।

ज्ञात हो कि यह कार्यक्रम इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन की ओर से किया जा रहा है। इसके लिए सोमवार को मिट्टी की जांच करने का काम शुरू हो गया। दोपहर बाद पहुंची गुंजन स्वायल कंपनी द्वारा निर्धारित पांच एकड़ में तीन स्थानों पर स्वायल टेस्टिंग के लिए स्थान चिह्न्ति किया गया है। इसमें एक स्थान से मिट्टी निकाली गई है साथ ही अन्य दो स्थानों से मिट्टी निकाली जाएगी। यह काम तीन दिन तक चलेगा।

अयोध्या के धन्नीपुर में बनने वाली मस्जिद के निर्माण के लिए मिट्टी परीक्षण की रिपोर्ट 15 दिनों में आ जाएगी। मिट्टी का सैंपल लेने आए स्वायल टेंस्टिग कंपनी सुपरवाइजर देवधर यादव ने बताया है कि उनकी कंपनी ने फाउंडेशन के निर्देश पर सोमवार को पहुंच कर मिट्टी का सैंपल लिया है। इसमें मिट्टी की जांच की जाएगी।

उन्होंने बताया है कि पहले मिट्टी परीक्षण का कार्य 50 सेमी की गहराई से शुरू होकर 20 मीटर तक जाएगी। पहले 50 सेमी, फिर एक मीटर, फिर ढाई मीटर, फिर चार मीटर, फिर पांच मीटर, फिर सात मीटर से लेकर 20 मीटर तक जाएंगे। उन्होंने बताया है कि मिट्टी की जांच गुंजन स्वायल लैब में की जाएगी। इसकी जांच रिपोर्ट 15 दिन में आ जाएगी। इसके तहत वाटर लेबल व मौजूद साल्ट की जांच होगी।

राम जन्मभूमि से 25 किलोमीटर दूर राष्ट्रीय राजमार्ग-28 पर सोहावल तहसील के धन्नीपुर गांव में 5 एकड़ जमीन मस्जिद के अलावा अस्पताल, कम्युनिटी किचन, रिसर्च सेंटर बनाए जाएंगे। सॉइल टेस्टिंग के लिए नमूना लिया गया है। इसकी रिपोर्ट आने के बाद निर्माण कार्य शुरू होगा। रिसर्च सेंटर का नाम अयोध्या के रहने वाले 1857 स्वतंत्रता संग्राम सेनानी अहमदुल्लाह शाह के नाम समर्पित किया जा सकता है। इस पर ट्रस्ट विचार कर रहा है।

इस कार्यक्रम को ट्रस्ट ने बेहद सादगी के साथ मनाया। कोई नामचीन या राजनीतिक व्यक्ति कार्यक्रम में शामिल नहीं हुआ।

–आईएएनएस

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