अमेरिकी ने माना, आतंकी संगठन लश्कर की सहायता करने की कोशिश की

न्यूयॉर्क, 23 जनवरी (आईएएनएस)| एक अमेरिकी व्यक्ति ने संघीय न्यायाधीश के समक्ष स्वीकार किया है कि भारत के खिलाफ लड़ाई के लिए वह आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा में शामिल होना चाहता था। अधिकारियों ने बताया कि उसने कबूल किया है कि वह पाकिस्तानी आतंकवादी संगठन का समर्थन करने का दोषी है।

अस्सिटेंट अटॉर्नी जनरल फॉर नेशनल सिक्योरिटी जॉन सी. डेमर्स ने कहा कि मैनहट्टन स्थित संघीय अदालत में न्यायाधीश रॉनी एब्राम्स के समक्ष बुधवार को पेश किया गया जीसस विल्फडरे एनकर्नेशियन ने खुद को ‘जिहादिस्टसोल्जर’ बताया।

न्यूयॉर्क के संघीय वकील जेफ्री बर्मन ने कहा, “जीसस एनकर्नेशियन ने खुद यह स्वीकार किया है और आतंकवादी संगठन लश्कर ए-तैयबा के साथ जुड़ने और प्रशिक्षण लेने के लिए, दुनिया भर में निर्दोष नागरिकों की नृशंसता पूर्वक जिहादी हत्या करने के लिए कुख्यात होने और आतंकियों की तरफ से गोलीबारी, बम विस्फोट और लोगों का गला काटने के लिए उसने विदेश यात्रा की योजना बनाई थी।”

बर्मन और डेमर्स ने पाया कि “लश्कर ए-तैयबा पाकिस्तान स्थित एक घोषित अंतर्राष्ट्रीय आतंकवादी संगठन है जो वर्ष 2008 में मुंबई के 26/11 जैसे कई बड़े आतंकी हमले करने के लिए जिम्मेदार है।”

अदालत के दस्तावेजों में मौजूद एनकर्नेशियन और एक लश्कर की भर्ती करने वाले माइकल काइल सेवेल और संघीय एजेंट्स के बीच बातचीत के टेप में आरोपी ने कहा, “तुम लोग भारत के खिलाफ हो..तुम मुस्लिमों की भूमि को लेकर भारत के विरुद्ध लड़ रहे हो और मैं हिंदुओं से नफरत करता हूं..वह नरक जा सकते हैं। मैं तुम्हारी मदद करूंगा।”

यूरोप होते हुए पाकिस्तान जाकर लश्कर में शामिल होने की फिराक में 30 वर्षीय एनकर्नेशियन को पिछले साल फरवरी में न्यूयॉर्क के जेएफके हवाई अड्डे पर एफबीआई ने गिरफ्तार कर लिया था।

उसकी सजा पर फैसला अप्रैल में लिया जाएगा। विदेशी आतंकवादी संगठन को जरूरी सहयोग देने के प्रयास के अपराध में उसे अधिकतम 20 साल तक की सजा हो सकती है।