अमेरिका : चीफ जस्टिस ने सीनेट में ट्रंप के खिलाफ महाभियोग की कमान संभाली

न्यूयॉर्क, 17 जनवरी (आईएएनएस)| अमेरिका के सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस जॉन रॉबर्ट्स ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ ऐतिहासिक महाभियोग चलाने के लिए सीनेट की कमान संभाल ली है। ट्रंप के खिलाफ आरोपों के मूल में यूक्रेन विवादों के बारे में नया विवरण सामने आया है।

अपने हाथ में बाइबिल थामे हुए रॉबर्ट्स ने गुरुवार को सीनेट के अस्थायी अध्यक्ष के रूप में मुकदमे की निगरानी की शपथ ली और इसके तुरंत बाद उन्होंने 100 सीनेटरों में से 99 को शपथ दिलाई, जो जूरी सदस्यों के रूप में काम करेंगे। पारिवारिक मेडिकल समस्या के कारण एक सीनेटर मौजूद नहीं थे।

यह केवल तीसरी बार होगा, जब एक अमेरिकी राष्ट्रपति प्रतिनिधि सभा द्वारा महाभियोग प्रक्रिया शुरू किए जाने के बाद सीनेट में मुकदमे का सामना करेगा।

सदन से साथी अभियोजन पक्ष के सदस्यों, एडम शिफ, हाउस इंटेलिजेंस कमेटी के अध्यक्ष, जिन्होंने ट्रंप के खिलाफ महाभियोग की जांच की अगुवाई की, ने ट्रंप पर कांग्रेस के कामकाज में बाधा डालने और सत्ता का दुरुपयोग करने के लगे आरोपों को औपचारिक रूप से पढ़ा।

वहीं, ट्रंप ने कैपिटल लेटर्स में टाइपिंग करते हुए, ट्वीट किया, “मेरे खिलाफ बस एक बेहतरीन फोन कॉल के लिए महाभियोग लाया गया।”

लेकिन उन्हें अपने नाम पर महाभियोग शुरू होने से ज्यादा परेशान नहीं होना पड़ सकता है, क्योंकि वह आरोपों से बरी होने की उम्मीद कर सकते हैं, क्योंकि डेमोक्रेट उन्हें दोषी ठहराने और उन्हें पद से हटाने के लिए दो-तिहाई बहुमत नहीं जुटा सकेंगे।

ट्रंप से पहले राष्ट्रपति-1868 में एंड्रयू जॉनसन और 1998 में बिल क्लिंटन भी महाभियोग से बरी हो गए थे।

मुकदमे की प्रक्रिया को टेलीविजन पर दिखाया जाएगा, जो लगभग एक महीने तक चल सकता है और डेमोक्रेट नेताओं को उम्मीद है कि यह ट्रंप के कुछ समर्थकों को नवंबर के चुनावों में उनके खिलाफ जाने के लिए तैयार कर लेगा।

ट्रंप जिस कॉल का जिक्र कर रहे थे, वह उन पर लगे आरोपों के केंद्र में है। यह फोन कॉल उन्होंने पिछले साल जुलाई में नवनिर्वाचित यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की को किया था और कॉल के दौरान उन्होंने उस देश में पूर्व उपराष्ट्रपति जो बिडेन और उनके बेटे हंटर बिडेन द्वारा किए गए डील की जांच करने के लिए कहा था।

डेमोक्रेट नेताओं ने ट्रंप पर आरोप लगाया जेलेंस्की से जो बिडेन के खिलाफ जांच करने के लिए कहकर सत्ता का दुरुपयोग किया है। जो बिडेन डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार हैं और तीन नवंबर, 2020 के राष्ट्रपति चुनाव में उन्हें चुनौती देंगे।

डेमोक्रेट ने यह भी आरोप लगाया है कि जेलेंस्की को जांच शुरू करने के लिए मजबूर करने के लिए यूक्रेन को करीब 40 करोड़ डॉलर की सैन्य सहायता राशि रोक दी गई थी।

अंत में, सहायता जारी की गई और जो बिडेन और उनके बेटे के खिलाफ यूक्रेन की ओर से कोई जांच नहीं की गई।