अमिताभ शूटिंग के लिए नवाबों की नगरी में

लखनऊ, 20 जून (आईएएनएस)| भारतीय सिनेमा जगत में ‘महानायक’ के नाम से मशहूर अमिताभ बच्चन इन दिनों अपनी फिल्म की शूटिंग के सिलसिले में नवाबों की नगरी लखनऊ पहुंचे हैं। बच्चन अभिनीत फिल्म ‘गुलाबो सिताबो’ की शूटिंग राजधानी में शुरू कर दी है।

अमिताभ बच्चन पहली बार लखनऊ शूटिंग के लिए आए तो उनके चाहने वालों का हुजूम उन्हें देखने के लिए उमड़ पड़ता है। शूटिंग जहां-जहां होती है, वहां-वहां पर पहले से मौजूद सैकड़ों समर्थक उनकी एक झलक पाने को बेकरार रहते हैं। अमिताभ बच्चन यहां अगस्त के पहले सप्ताह तक रहने वाले हैं।

जूही चतुर्वेदी की लिखी व शूजित सरकार के निर्देशन में बन रही इस फिल्म की शूटिंग महमूदाबाद हाउस में शुरू हो गई। यहां पहले दिन अमिताभ बच्चन के लुक टेस्ट के साथ फिल्म के कुछ सीन फिल्माएं गए।

इस फिल्म में बच्चन एक मकान मलिक का किरदार निभा रहे हैं। अभिनेता आयुष्मान खुराना उनके किराएदार के रूप में नजर आएंगे। करीब दो महीने के फिल्मी शूड्यूल के साथ अमिताभ बच्चन शहर के कई क्षेत्र में फिल्म की शूटिंग करेंगे।

फिल्मों के जानकार अलोक पराड़कर बताते हैं कि अमिताभ बच्चन लखनऊ आते रहे हैं। उनके पिता की याद में एक बार सहारा में कवि सम्मेलन हुआ था, जिसमें वह भाग लेने आए थे। बागबान के प्रोमोशन के सिलसिले में वह जरूर आए थे। लेकिन उनका कोई खास नाता लखनऊ से नहीं रहा है।

उनका मानना है कि ‘गुलाबो-सिताबो’ नाम के कारण यह फिल्म शायद अवध के कल्चर में रही कठपुतली कला को प्रतिबिंबित करती हो। खास बात यह है कि अभी तक जो फिल्में यहां पर शूट हुई हैं। उनमें लखनऊ और अवध की इस प्रकार की विशेश कला को छुआ नहीं गया है। शायद यह फिल्म में अवध के कई स्थानों का चयन और विशेष कला के नाम के कारण यहां की संस्कृति को छुए। इसमें सबसे अधिक लखनऊ के कलाकार हैं।

उन्होंने बताया कि फिल्म की शूटिंग के लिए चौक, हजरतगंज समेत कई लोकेशन चयनित की गई हैं। आंबेडकर पार्क, इको पार्क समेत पुरानी कोठियों और गलियों में शूटिंग होगी। वहीं, ऐतिहासिक इमारतों में भी कुछ सीन फिल्माए जाएंगे।

शूटिंग के दौरान बिग बी काकोरी भी जा सकते हैं। बताया जा रहा है कि काकोरी में अमिताभ के खेत हैं, वह उसे देखने जा सकते हैं।

उन्होंने बताया कि राजधानी की वरिष्ठ कलाकार अर्चना शुक्ला फिल्म ‘गुलाबो सिताबो’ में आयुष्मान खुराना की मां का किरदार निभाएंगी। फिल्म में वह अमिताभ बच्चन के मकान में किराएदार बनकर रहती दिखाई देंगी। अर्चना ‘तनु वेड्स मनु’, ‘इश्कजादे’, ‘मेरी बहन की शादी’, ‘मिस्टर कबाड़ी’ जैसी कई फिल्मों में काम कर चुकी हैं।

लखनऊ के इतिहासकार योगेश प्रवीण का कहना है कि अमिताभ बच्चन का लखनऊ से कोई खास नाता तो रहा नहीं है, मगर इनके ससुर तरुण कुमार भादुड़ी लखनऊ में कुछ दिनों के लिए पत्रकार रहे। वह यहां ‘द स्टेट्समैन’ के ब्यूरो चीफ थे।

इलाहाबाद में जन्मे अमिताभ बच्चन का नवाबों की नगरी लखनऊ से मगर गहरा नाता है। उन्होंने काकोरी के मुजफ्फरनगर चौधरी खेड़ा में वहीं पर 33 बीघा जमीन खरीदी, जहां उनकी बहन गुड्डी का फॉर्म हाउस है। इसके लिए उन्होंने कई दिन पहले गुड्डी को पत्र भी लिखा था। इसमें उन्होंने जिक्र किया था कि वह जमीन खरीदना चाहते हैं, लेकिन इतनी ज्यादा प्रॉपर्टी उनके घर के आसपास नहीं मिल रही है।

लखनऊ के निराला नगर में रहने वाले सामाजिक कार्यकर्ता सोमेश ने बताया कि अमिताभ की बहन गुड्डी लखनऊ में कई साल से रहे रही हैं, लेकिन किसी को नहीं बताया कि वह अमिताभ बच्चन की रिश्तेदार हैं। जब अमिताभ ने यहां जमीन खरीदी और उनके घर आए, तब सभी को इसके बारे में पता चला। ऐसा नहीं है कि अमिताभ का जमीन खरीदने के बाद ही लखनऊ से नाता जुड़ा है। वह और जया पहले भी यहां पर आते-जाते रहे हैं।

सोमेश की मानें तो लखनऊ से रिष्ता होंने के कारण उन्हों यहां से सटे काकोरी के मुजफ्फरनगर गांव में खेती की जमीन खरीदी है। उन्होंने यहां पर नौ बीघा तीन बिस्वा जमीन ली है। अमिताभ बच्चन ने अपने नाम दो बीघा 13 बिस्वा व बेटे अभिषेक बच्चन के नाम छह बीघा 10 बिस्वा जमीन खरीदी है। अमिताभ बच्चन का इस गांव से पुराना नाता है।

मुजफ्फरनगर गांव का नाम करीब छह-सात साल पहले उस समय चर्चा में आया, जब उन्होंने यहां लाखों रुपये कीमत की कृषि भूमि खरीदी थी।

यह भूमि तब खरीदी गई, जब बाराबंकी के दौलतपुर गांव में जमीन खरीद को लेकर विवाद खड़ा हो गया था। सवालों के घेरे में आने के बाद अमिताभ बच्चन ने उस जमीन से अपना नाता ही तोड़ लिया था।