उप मुख्यमंत्री ने यह टिप्पणी अमरावती क्षेत्र के किसानों द्वारा किए जा रहे विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर की है। किसान अमरावती से राजधानी को तीन हिस्सों अमरावती, विशाखापत्तनम और कुरनूल में बांटने के खिलाफ अनिश्चितकालीन विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
दास ने आरोप लगाया कि इन किसानों को तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) सुप्रीमो नारा चंद्रबाबू नायडू ने धोखा दिया है और एक बड़ी राजधानी के निर्माण के साथ उनकी जमीन के दाम बढ़ने का खोखला वादा किया है।
दास ने कहा, उन्होंने (नायडू) ने शुरूआत में यह कहकर धोखा दिया कि यहां एक भव्य राजधानी बनाई जाएगी, इसलिए अपने खेतों को सरकार को दे दो और आस-पास के खेतों की कीमतें भी बढ़ेंगी।
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि तब तो नायडू ने कहा था कि भविष्य में कुछ बड़ा होगा और हमारी (टीडीपी) सरकार भविष्य में आएगी और मैं यहां अमरावती का निर्माण करूंगा।
दास के अनुसार ये किसान पहले से ही नायडू के वादों पर बहुत विश्वास कर रहे हैं और अपने विरोध को जारी रख रहे हैं, क्योंकि उन्होंने वह रुख अख्तियार कर लिया है और अब वापस नहीं जाना चाहते हैं।
रेड्डी ने अमरावती राजधानी शहर को तीन हिस्सों में विभाजित करने का फैसला किया है, जिसके तहत विशाखापत्तनम में कार्यकारी राजधानी, अमरावती में विधायी राजधानी और कुरनूल में न्यायिक राजधानी स्थापित करने का फैसला लिया गया है।
मुख्यमंत्री का इसके पीछे तर्क है कि सरकार विकेंद्रीकरण के माध्यम से राज्य भर का विकास करेगी।
–आईएएनएस
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