अब महापौर ने अलग से पेश किया वर्षापूर्ति का ब्यौरा

गुटबाजी पर मुहर या सहयोगी की राह आसान बनाने की कोशिश?

पिम्परी : पुणे समाचार ऑनलाइन

बीते दिन ही सत्ता की सालगिरह पर आयोजित संवाददाता सम्मेलन में भाजपा शहराध्यक्ष व विधायक लक्ष्मण जगताप ने पार्टी में किसी तरह की गुटबाजी नहीं रहने का दावा किया था। मगर महापौर नितिन कालजे ने आज अलग से एक संवाददाता सम्मेलन आयोजित कर अपने एक साल के कार्यकाल के ब्यौरा पेश कर जगताप के दावे पर सवालिया निशान लगा दिया। हांलाकि उन्होंने भी गुटबाजी या मतभेद की बात से इंकार किया मगर अलग से दिया गया वर्षापूर्ति का ब्यौरा कई सवाल उठा रहा है। महापौर का यह कदम सत्ताधारी दल में विधायक लक्ष्मण जगताप व विधायक महेश लांडगे के बीच जारी गुटबाजी का प्रतीक है या फिर अपने गुट के सदस्य की राह आसान बनाने की कोशिश? यह सवाल सियासी गलियारे में उठाया जा रहा है।

पिम्परी चिंचवड़ मनपा की सत्ताधारी भाजपा ने बीते दिन सत्ता की सालगिरह मनायी। सालभर में किये गए कामों का ब्यौरा पार्टी के शहराध्यक्ष लक्ष्मण जगताप ने एक संवाददाता सम्मेलन में पेश किया। हांलाकि मेट्रो छोड़ अन्य कोई भी उपलब्धि बताने में वे असफल रहे। इस बारे में पूछे गये सवाल के जवाब में उन्होंने पहले सत्ता में रही राष्ट्रवादी कांग्रेस के कार्यकाल में शुरू की गई परियोजनाओं और फैसलों की उचित तरह से अमलबाजी करने पर जोर देने की बात कही। आज महापौर नितिन कालजे ने अलग से संवाददाता सम्मेलन आयोजित कर अपने एक साल का ब्यौरा पेश किया। ग्रामीण क्षेत्र के विकास, डेवलपमेंट प्लान की अमलबाजी पर जोर, नदी सुधार, भामा आसखेड़ बांध से पानी मंजूरी जैसे कुछ अपवाद छोड़ वे भी कोई ठोस उपलब्धि नहीं बता पाए।

सत्ता की सालगिरह पर अलग अलग संवाददाता सम्मेलन के आयोजन ने सत्ताधारी दल में जारी गुटबाजी पर मुहर सी लगा दी है। हांलाकि महापौर कालजे ने इससे इंकार कर दिया। अपने एक साल का कार्यकाल ब्यौरा भर देने हेतु यह संवाददाता सम्मेलन आयोजित किये जाने का दावा उन्होंने किया। अगर यह गुटबाजी नहीं तो क्या अपने गुट के नगरसेवक राहुल जाधव, जिन्होंने कल ही स्थायी समिति के सदस्य पद से इस्तीफा दिया, की राह आसान बनाने के लिए यह कदम उठाया गया है? इसके जवाब में उन्होंने जाधव के इस्तीफे के बारे में अनभिज्ञता दिखाई, जबकि जाधव का इस्तीफा खुद उन्हें ही सौंपा गया, और उसकी तस्वीर भी पुणे समाचार ने कल प्रकाशित की है। अपने इस्तीफे के बारे में वरिष्ठ नेता फैसला करेंगे, यह कह कर महापौर ने बात टालने की कोशिश की। माना जा रहा है कि स्थायी समिति अध्यक्ष पद से मौका चुकने से नाराज राहुल जाधव का सदस्य पद से इस्तीफा महापौर बनने की दिशा में उठाया गया एक कदम है। आज महापौर नितिन कालजे ने कार्यकाल का ब्यौरा देकर इसकी लगभग पुष्टि कर दी है।