अफगान के राष्ट्रपति ने पहली बार अजमेर दरगाह के लिए चादर भेजी

नई दिल्ली/अजमेर, 17 फरवरी (आईएएनएस)। भारत के साथ राजनयिक और सांस्कृतिक संबंधों को और मजबूत करने का संकेत देते हुए, अफगानिस्तान के राष्ट्रपति ने नई दिल्ली में अपने राजनयिक मिशन के माध्यम से विश्व प्रसिद्ध अजमेर शरीफ दरगाह को चादर भेजी है।

अजमेर में ख्वाजा गरीब नवाज का वार्षिक 809 वां उर्स मुबारक जारी है।

वर्तमान गद्दी नशीन और हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती(1142-1236 ई) के 27 वें प्रत्यक्ष वंशज हाजी सैयद सलमान चिश्ती ने आईएएनएस से कहा, अफगानिस्तान के किसी भी राष्ट्रपति और किसी भी दक्षिण एशियाई राष्ट्र द्वारा भेजा गया यह पहला पवित्र चादर मुबारक है।

उन्होंने कहा, राष्ट्रपति अशरफ गनी ने संदेश भिजवाया है कि ख्वाजा गरीब नवाज (आरए) का संदेश दुनिया भर में सुना और समझा जाए। साथ ही राष्ट्रपति अशरफ गनी ने कहा, इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ अफगानिस्तान और अफगान लोगों की ओर से भारत में अजमेर शरीफ के ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती (आरए) के प्रति सम्मान और श्रद्धा के एक विनम्र संदेश के साथ 809 वें वर्ष के उर्स मुबारक समारोह को चिह्न्ति करने के लिए एक पवित्र गिलाफ मुबारक भेजा है।

अजमेर शरीफ दरगाह के सज्जादानशीन, सैयद सलमान चिश्ती ने कहा, यह भारत और अफगानिस्तान के बीच द्विपक्षीय संबंधों में एक बड़ी प्रगति है और अफगानिस्तान में चरमपंथी कट्टरपंथियों के लिए मजबूत संदेश है, जिन्होंने कई सूफी श्राइनों और एकता के केंद्रों को नष्ट कर दिया है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी पवित्र सूफी मंदिर में चादर चढ़ाई है।

–आईएएनएस

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