अन्नाद्रमुक ने तीन पुरुषों और अम्मा कैंटीन में रखे बैनरों को हटाने वाले एक वीडियो को ट्वीट करते हुए लिखा ये है अन्नाद्रमुक सरकार द्वारा शुरू की गई सब्सिडी वाली कैंटीन जहां इडली की कीमत एक रुपये और सांबर चावल की प्लेट की कीमत सिर्फ 5 रुपये है।
अन्नाद्रमुक ने यह भी आरोप लगाया कि कैंटीन में उसके कार्यकतार्ओं के साथ मारपीट की गई।
वीडियो में तीन महिलाओं को चुपचाप खड़े होते हुए भी देखा गया।
अन्नाद्रमुक के नेतृत्व वाले गठबंधन ने अभियान चलाया था कि द्रमुक के सत्ता में आने पर
कानून-व्यवस्था चरमरा जाएगी और जमीन कब्जाने और अन्य मुद्दे सामने आएंगे।
दो साल पहले डीएमके के लोगों ने बिरयानी मुफ्त में न परोसने के लिए यहां एक रेस्तरां में अधिकारियों के साथ मारपीट की थी। बाद में स्टालिन ने आउटलेट का दौरा किया और वहां के कर्मचारियों को सांत्वना दी थी।
अम्मा कैंटीन में डीएमके समर्थकों के कथित कृत्य की निंदा करते हुए, एएमएमके नेता टीटीवी दिनाकरन ने कहा कि ऐसी चीजों को एक आउटलेट पर घटित होते देखना दर्दनाक है जहां गरीब लोग खाते हैं।
उन्होंने यह भी कहा कि पार्टी द्वारा राज्य में सत्ता संभालने से पहले ही डीएमके के लोगों ने अपने गैरकानूनी काम शुरू कर दिए हैं और यह चिंताजनक है कि वे किस तरह के काम करते हैं।
पीएमके संस्थापक एस रामदास ने इस कार्रवाई की निंदा करते हुए इसमें शामिल व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई की भी मांग की।
–आईएएनएस
आरजेएस