इस गाने को हितेश्वर ने खुाद लिखा और गाया है जबकि इसका मिक्स और मास्टर फ्रैंको भल्ला ने किया है। इसके निर्माता अकरम विश्वास और शाहिद मंडल हैं तथा निर्देशक विकास एन वशिष्ठ हैं। इस गाने में हितेश्वर अलग लुक में भी दिख रहे हैं।
भोजपुरी रैपर हितेश्वर का यह रैप गाना युवाओं द्वारा काफी पसंद किया जा रहा है।
अपने नए गाने को मिल रहे प्यार से उत्साहित हितेश्वर कहते हैं कि बूझा का है श्रोताओं और दर्शकों को पसंद आ रहा है। उन्होंने प्रशंसकों को शुक्रिया अदा करते हुए कहा, इसमें पूर्वजों की पहेली की कहानी। सबके घरों मे दादा-दादी, नाना-नानी पहेली बुझाई जाती रही है। इसी पहेली की परम्परा पर आधारित मैंने एक रैप सांग बनाया है। यह दरअसल हमारे देश, हमारे राज्य बिहार की एक लोक परंपरा और संस्कृति है।
उन्होंने कहा, आजकल के युवा हमारी इस तरह की पारम्परिक पहेलियों को भूलती जा रही है, यही कारण है कि मैंने मोबाइल वाली इस पीढ़ी के लिए यह गीत तैयार किया है।
–आईएएनएस
एमएनपी-एसकेपी
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