आयुष्मान कहते हैं, मैंने कभी भी किसी फिल्म को बजट या स्केल के आधार पर नहीं चुना है। मेरे लिए ये वो महत्वपूर्ण कारक नहीं है, सिर्फ जिनके आधार पर किसी फिल्म को बड़ी फिल्म का दर्जा दिया जाए। मैंने फिल्मों का चुनाव उनकी अनोखी और सशक्त कहानी के आधार पर किया है।
आयुष्मान के मुताबिक, एक बड़ी फिल्म वही है, जो राष्ट्रीय स्तर पर समाज में चर्चा का मुद्दा बने और उस पर समाधान प्रदान करे।
उनका मानना है कि किसी बड़ी फिल्म को देखकर लोगों के मन में सवाल का उठना जरूरी है और उसके समाधान का मिलना भी जरूरी है।
–आईएएनएस
एएसएन/एएनएम
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