लगभग दो महीने के अंतराल के बाद, दोनों देशों के बीच कोर कमांडर स्तर की बात फिर से हो रही है। इस बार वार्ता का मुख्य बिंदु अन्य विवादित क्षेत्रों में डिसइंगेजमेंट होगा। पैंगोंग डिसइंगेजमेंट के बाद, दोनों देशों ने गोगरा, हॉट स्प्रिंग्स और देपसांग जैसे अन्य तनाव बिंदुओं पर डिसइंगेजमेंट की योजना बनाई है।
भारतीय सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, महत्वपूर्ण यह है कि गर्मियों की शुरूआत से पहले, पीछे हटने पर चर्चा की जाए। दोनों पक्षों को चीजों को आसान बनाने के लिए वास्तविक पोजिशन तक पीछे हटने की जरूरत है।
20 फरवरी को, भारतीय और चीनी सेना ने वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर तनाव को कम करने के लिए 10 वें दौर की सैन्य वार्ता की थी।
भारतीय सैन्य प्रतिनिधियों का नेतृत्व लेह में स्थित 14 कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल पीजीके मेनन ने किया।
–आईएएनएस
आरएचए/एएनएम
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