घेब्रेयसस ने डब्ल्यूएचओ के संवाददाता सम्मेलन में कहा कि पूंजी का अभाव वर्तमान में कोविड-19 महामारी के मुकाबले में एकमात्र चुनौती नहीं है। अगर पर्याप्त पूंजी है, तो विकसित देशों का सहयोग उपलब्ध होने और कोवाक्स के सौदे पर हानि न पहुंचाने की स्थिति में गरीब देशों को टीके प्रदान किए जा सकेंगे। उन्होंने विकसित देशों से तुरंत टीके साझा करने और टीका निर्माता कंपनियों से कोवाक्स के साथ सौदा करने पर प्राथमिकता देने की अपील की।
उन्होंने दोहराया कि टीके का न्यायपूर्ण वितरण वर्तमान में सर्वोपरि मामला है। डब्ल्यूएचओ और उसके साझेदार इसके लिए पूरी कोशिश करेंगे।
(साभार—चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
— आईएएनएस
Comments are closed.