जिसने कभी कागज का विमान नहीं बनाया उसे राफेल बनाने का ठेका

पिंपरी : समाचार ऑनलाईन – मावल लोकसभा चुनाव क्षेत्र से अपने पोते और पूर्व उपमुख्यमंत्री अजीत पवार के पुत्र पार्थ को उम्मीदवारी घोषित करने के बाद राष्ट्रवादी कांग्रेस के हाईकमान शरद पवार ने रविवार की शाम चिंचवड में उनके प्रचार का शुभारंभ किया। यहां अपने भाषण में मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए सरकार की नाकामियों को गिनाया। ‘न खाऊंगा, न खाने दूंगा’ का ढोल पीटने वालों ने 350 करोड़ रुपए का राफेल विमान 1660 करोड़ रुपए तक कैसे पहुंच गया? इसका जवाब नहीं दिया। जिसने कभी कागज के विमान तक नहीं बनाया उस रिलायंस कंपनी को राफेल विमान बनाने का ठेका दिया गया। इन शब्दों में उन्होंने मोदी सरकार के साथ ही अनिल अंबानी की रिलायंस को भी आड़े हाथ लिया।
पवार ने कहा, मनमोहन सिंह की सरकार में राफेल विमान की कीमत 350 करोड़ रुपए थी। तब चुनाव की आचारसंहिता लागू होने से डील नहीं हो सकी। एक साल बाद उसकी कीमत 750 करोड़ रुपए हो गई। बाद में फ्रांस की कंपनी और रिलायंस के साथ करार हुआ तब एक विमान की कीमत 1660 करोड़ रुपए हो गई। जब हमने लोकसभा में इसका जवाब मांगा तब उसे गुप्त बताकर टाल दिया गया। जब सुप्रीम कोर्ट ने इस डील के कागजात मांगे तब रक्षा मंत्रालय से उसके कागजात चोरी होने की जानकारी दी गई। देश की रक्षा के लिहाज से महत्वपूर्ण कागजात तो संभाल नहीं सकते और कहते हैं कि देश सुरक्षित हाथों में हैं। फिर ये 56 इंच की छाती किस काम की? यह सवाल भी पवार ने उठाया।
वाल्हेकरवाडी के आहेर लॉन्स में आयोजित इस सभा में अपने संबोधन से पूर्व शरद पवार ने गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर को श्रद्धांजलि अर्पित की। सभा के मंच पर राष्ट्रवादी के प्रत्याशी पार्थ पवार, पूर्व उपमुख्यमंत्री अजीत पवार, राष्ट्रवादी के प्रदेशाध्यक्ष जयंत पाटिल, विधानसभा के पूर्व सभापति दिलीप वलसे पाटिल, शेकापा के महासचिव जयंत पाटिल, विधायक बालाराम पाटिल, शहराध्यक्ष नितिन बनसोडे, कांग्रेस के शहराध्यक्ष सचिन साठे, राष्ट्रवादी के पूर्व विधायक विलास लांडे, अण्णा बनसोडे, शहराध्यक्ष संजोग वाघेरे, वरिष्ठ नेता हनुमंत गावड़े, भाऊसाहेब भोईर, जगदीश शेट्टी, नाना काटे, विपक्ष के नेता दत्ता साने समेत राष्ट्रवादी, कांग्रेस, शेकापा के कई वरिष्ठ नेता, पदाधिकारी मौजूद थे।