समस्याएं हल करने से हजारों परिवार महायुति के साथ: माधव भंडारी

पुणे : समाचार ऑनलाइन – पानशेत बाढ़ पीड़ित कॉलोनियों के घर पर मालकियत का अधिकार दिलाने की समस्या भाजपा ने हल की। इसी कारण पानशेत बाढ़ पीड़ित कॉलोनियों में रहने वाले हजारों परिवारों ने भाजपा को समर्थन दिया है। यह दावा भाजपा के प्रवक्ता माधव भंडारी ने किया। बाढ़ पीड़ित कॉलोनियों की शेष समस्याएं भी जल्द ही हल की जाएंगी। यह आश्वासन भी माधव भंडारी ने मंगलवार को दिया।

पुणे में महायुति के उम्मीदवार गिरीश बापट के प्रचार हेतु जंगली महाराज रोड पर भाजपा कार्यालय में आयोजित पत्रकार-वार्ता में वे बोल रहे थे। इस अवसर पर शहर कांग्रेस के महासचिव एवं पानशेत बाढ़ पीड़ित  वसाहत कृति समिति के अध्यक्ष मंगेश खराटे ने माधव भंडारी की उपस्थिति में भाजपा में प्रवेश किया। इस अवसर पर भाजपा शहराध्यक्ष योगेश गोगावले उपस्थित थे।

प्रवेश के बाद खराटे ने कहा, पानशेत बाढ़ पीड़ितों को घरों की मालकियत मिले, घर के नजदीक अतिक्रमण की जमीन पर कंस्ट्रक्शंस नियमित हो, हस्तांतरित घरों का रजिस्ट्रेशन हो आदि मांगों को लेकर हम 20 सालों से आंदोलन कर रहे थे, लेकिन भाजपा की सत्ता आने के बाद पालकमंत्री गिरीश बापट, विधायक मेधा कुलकर्णी, माधुरी मिसाल और माधव भंडारी ने यह मांगे सरकार के समक्ष रखीं। इस पर गौर करते हुये राजस्व मंत्री ने 4-5 बैठकें लेकर चर्चा की। हाल ही में राज्य सरकार ने अतिक्रमण की गई जमीन पर कंस्ट्रक्शंस नियमित करने हेतु परमिशन दी है। भाजपा सरकार के सकारात्मक प्रयासों के चलते यह समस्या हल हुयी। इसलिए मैंने भाजपा में प्रवेश किया। यह जानकारी खराटे ने दी।

माधव भंडारी ने कहा कि राज्य में भाजपा सरकार ने अपने घोषणापत्र में 73% वादे पूरे किए हैं। लोकसभा चुनाव हेतु भाजपा ने देश में 20 हजार नागरिकों की राय और सुझाव लेकर घोषणापत्र तैयार किया है। अटल बिहारी वाजपेयी पीएम रहते समय कृषि की समस्याओं पर स्वामीनाथन आयोग गठित किया गया था, लेकिन 2004 से 2014 तक सत्ता में रहे मनमोहन सिंह और कृषिमंत्री शरद पवार ने स्वामीनाथन की सिफारिशें  स्वीकार नहीं कीं। यह आरोप भंडारी ने लगाया। अब भाजपा सरकार ये सिफारिशें लागू कर रही है तो शरद पवार स्वामीनातन के नाम का उल्लेख भी नहीं करते। यह टिप्पणी भी भंडारी ने की।

राज ठाकरे के भाषणों को सिर्फ मनोरंजन के तौर पर देखता हूं। यह व्यंग्य भी माधव भंडारी ने कसा। उन्होंने कहा कि राज ठाकरे अपने भाषणों से अपने ही उम्मीदवारों के लिए वोट जुटा नहीं पाए, ऐसे महान नेता के बारे में क्या बोले?