शिवाजीनगर कोर्ट इलाके में फायरिंग की गुत्थी सुलझी

पिंपरी। संवाददाता – पांच दिन पहले पुणे के शिवाजीनगर स्थित कोर्ट इलाके में हुई फायरिंग की वारदात को पिंपरी चिंचवड पुलिस की क्राइम ब्रांच यूनिट 1 ने सुलझा लिया है। पिंपरी चिंचवड और देहूरोड शहर आतंक का पर्याय बने रावण साम्राज्य और एसके ग्रुप नामक गैंगों के बीच चली आ रही गैंगवार के चलते यह वारदात हुई थी, ऐसा पुलिस की जांच में सामने आया है। क्राइम ब्रांच यूनिट 1 की टीम ने इस मामले में रावण साम्राज्य गैंग के रोहन राजू चंदेलिया (20) निवासी राजू जाधव चाल, रावेत, पुणे और अशोक उत्तरेश्वर कसबे (24) निवासी वाल्हेकरवाडी, चिंचवड, पुणे नामक दो गुर्गों को गिरफ्तार किया है।
7 मार्च को शिवाजीनगर कोर्ट परिसर में सिद्धेश्वर धर्मदेव शर्मा निवासी विकासनगर, देहुरोड, पुणे नामक युवक पर फायरिंग की गई थी। इसमें वह बाल-बाल।बच गया था। इस बारे में शिवाजीनगर पुलिस ने फायरिंग और हत्या की कोशिश का मामला दर्ज किया है। मामले की छानबीन के दौरान यूनिट 1 के कर्मचारी सचिन मोरे और सावन राठौड़ को फायरिंग मामले के आरोपियों के रावेत की श्मशान भूमि के पास किसी से मिलने के लिए आने की खबर मिली थी। इसके अनुसार यूनिट 1 के पुलिस निरीक्षक उत्तम तांगड़े, सहायक निरीक्षक गणेश पाटिल, कर्मचारी प्रमोद वेताल, सावन राठौड़, सचिन मोरे, गणेश सावंत, तानाजी पानसरे की टीम ने रोहन और अशोक को धरदबोचा। उनके खिलाफ चिंचवड, देहुरोड, निगड़ी और चिखली पुलिस थानों में हत्या का प्रयास, मारपीट, आर्म एक्ट के तहत मामले दर्ज हैं।
इस बारे में जानकारी देते हुए क्राइम ब्रांच के सहायक पुलिस आयुक्त सतीश पाटिल ने बताया कि, कुख्यात महाकाली गैंग के सरगना राकेश उर्फ महाकाली ढकोलिया के एनकाउंटर के बाद उसकी गैंग में फूट पड़ गई। इसके चलते इस गैंग के अनिकेत जाधव व विनोद गायकवाड़ ने रावण साम्राज्य और सोन्या कालभोर व हणम्या शिंदे ने एसके ग्रुप नाम से अलग-अलग गैंग बनाई। बाद में इन गैंगों में वर्चस्व को लेकर टकराव होने लगी। इसी टकराव में 2017 में रावण साम्राज्य गैंग ने हणम्या शिंदे पर फायरिंग की थी जिसमें वह बाल- बाल बच गया। एसके ग्रुप ने 15 दिन बाद इसका बदला अनिकेत जाधव की हत्या से लिया। इसके बाद दोनों गैंग पर मकोका के तहत कार्रवाई की गई। इस कार्रवाई के बाद फरार चल रहे विनोद गायकवाड़ को डकैती की कोशिश में वाकड़ पुलिस ने गिरफ्तार किया। इसमें एसके ग्रुप का सदस्य सूरज वाघमारे गवाह था। इसी मामले में गवाही देने के लिए वह अपने साथियों के साथ 7 मार्च को शिवाजीनगर कोर्ट गया था। वहीं रावण साम्राज्य गैंग के अक्षय साबले, रोहन चंदेलिया और अशोक कसबे भी आए थे। यहां एक- दूसरे को घूरने के बाद किसी ने साबले को मोटरसाइकिल पर पत्थर मार दिया। तब गुस्से में आकर साबले ने पिस्तौल निकाल कर सूरज और उसके साथियों की दिशा में फायरिंग कर दी। इसमें सिद्धेश्वर शर्मा बाल- बाल बच गया।