शिवसेना को गुजराती और भाजपा को मराठी वोटों की चिंता 

 
मुंबई : समाचार ऑनलाइन – शिवसेना के साथ भाजपा ने लोकसभा चुनाव के लिए गठबंधन किया किया है लेकिन इसके बावजूद बड़ी संख्या में मराठी वोट भाजपा को मिलेगा क्या? दूसरी तरफ भाजपा का वोट बैंक रहे गुजरती – मारवाड़ी का वोट शिवसेना उम्मीदवार के पक्ष में पड़ेगा। इस पर गठबंधन के उम्मीदवारों का भविष्य निर्भर करता है ।

ऐन लोकसभा चुनाव के करीब आने पर भाजपा ने शिवसेना के साथ गठबंधन किया। दोनों पार्टियों के नेताओ ने आपसी मनमुटाव को भूलकर एकसाथ मिलकर चुनाव प्रचार कर रही है । दोनों पार्टी के कार्यकर्ता एक दूसरे का साथ दे रहे हैं । इसमें उन्हें सफलता भी मिल रही है । मराठी, गुजरती और उत्तर भारतीय दोनों पार्टी के वोटर है । ऐसे में वोट कैसे पड़ेगा इस पर दोनों ही पार्टियां चिंता कर रही है।

उत्तर मुंबई और इशान्य मुंबई लोकसभा सीट पर गुजरती वोटर दबदबा रखते है. लेकिन इन दोनों सीटों पर मराठी वोटर निर्णायक स्तिथि में है । 2014 में विधानसभा चुनाव के बाद पिछले वर्ष शिवसेना और भाजपा के बीच संघर्ष चल रहा था । इसका असर मुंबई के विकास पर पड़ा. कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि उत्तर मुंबई के सांसद गोपाल शेट्टी ने मराठी क्षेत्र में काम नहीं किया। ईशान्य मुंबई लोकसभा सीट पर भाजपा के किरीट सोमैया और शिवसेना के नेताओ के बीच पिछले साढ़े चार साल से मतभेद चल रहा है । सोमैया का टिकट काटा गया है इसे लेकर मराठी वोटरों के मन में क्या चल रहा है, इसे लेकर भाजपा के नेता असमंजस में है । उत्तर मुंबई और ईशान्य लोकसभा सीट पर कांग्रेस राष्ट्रवादी के उम्मदीवार मराठी है. इसलिए भाजपा की चिंता बढ़ी हुई है ।

दूसरी तरफ दक्षिण मुंबई और दक्षिण मध्य मुंबई में शिवसेना उम्मीदवारों के पक्ष में गुजरती और मारवाड़ी वोट पड़ेंगे क्या? इसकी चिंता सता रही है ।