कम बजट में घर खरीदने के सपनों को ऐसे करें साकार

मुंबई : समाचार ऑनलाइन – हर किसी का सपना होता है कि वह ऐसा घर बनाएं या खरीदें जिनमें उनकी जरूरत की सारी सुविधाएं हों। हालांकि सपनों का घर हासिल करना इतना आसान नहीं होता है। इसका कारण बजट होता है। अक्सर लोग मनमुताबिक घर बनाने के लिए पैसे जमा करने में लग जाते है। कई बार पैसे जमा करने के चक्कर में पड़े रहना भी सही नहीं होता है। तो सवाल उठता है कि क्या करें जब चाहत के अनुरूप घर खरीदने के लिए पर्याप्त पैसे नहीं हों और उससे चाहत से कमतर घर खरीदने का दिल नहीं करे? ऐसे में तीसरा विकल्प है। जो कि किफायती घर से शुरुआत करने का। मौजूदा बजट के मुताबिक छोटा ही सही, लेकिन एक घर खरीद लेना चाहिए।

इससे आपको हाउस रेंट से मुक्ति मिल जाएगी और अपने घर के लिए भारी-भरकम लोन भी नहीं लेना पड़ेगा। इसके साथ सरकार पहली बार किफायती घर खरीदने वालों को होम लोन के ब्याज पर छूट दे रही है। इतना ही नहीं निर्माणाधीन घरों पर जीएसटी की दर में भी भारी कटौती की गई है। अभी खरीदा गया छोटा घर भी सात वर्षों के बाद 85.4 लाख रुपये का हो जाएगा। दूसरी तरफ इस दौरान किराये पर रह रहा व्यक्ति होम लोन की ईएमआई का बचा पैसा निवेश कर और इक्विटी फंड में डाउनपेमेंट पर 71.1 लाख रुपये जमा कर पाएगा। इस तरह छोटा घर खरीदने वाला किराये पर रहने वाले के मुकाबले 14 लाख रुपये के फायदे में रहेगा।

छोटा घर खरीदने का फैसला आपकी विशेष परिस्थितियों पर निर्भर करता है। अगर आपको लगता है कि मनमुताबिक बड़ा घर खरीदने में कम-से-कम पांच वर्ष लग जाएगा तो आपको अभी एक छोटा घर खरीद लेना चाहिए। लेकिन, अगर आप 3-4 साल से ज्यादा छोटे घर में नहीं रहेंगे तो फिर बड़ा घर खरीदने तक किराये पर रहना ही बेहतर है।