स्वच्छता की रैंकिंग में पिछड़ा पिंपरी चिंचवड

देश में 52वां और राज्य में 13वां स्थान
पिंपरी : समाचार ऑनलाइन- केंद्र सरकार के स्वच्छ भारत सर्वेक्षण 2019 के परिणाम घोषित हो गए हैं। बेस्ट व क्लीन सिटी के तौर पर नवाजे जा चुके पिंपरी चिंचवड़ शहर ने देश में 52 और राज्य में 13 वां रैंक हासिल किया है। 2018 में, यह शहर 43 वें और राज्य में 6 वें स्थान पर था। यानी इस साल स्वच्छ सर्वेक्षण में शहर पिछड़ गया है। वहीं दूसरी ओर, पड़ोसी पुणे शहर को 10वां और मुंबई को 9 वां स्थान मिला है।

पिछले कुछ महीनों से, केवल मोबाइल फोन पर  स्वच्छ भारत अभियान चलाए जाने के कारण, इस शहर 43 से 52 वें स्थान की “रैंकिंग” प्राप्त हुई है। 2016 में पिंपरी चिंचवड़ देश में नौवें और राज्य के पहले स्थान पर थे। 2010 में, शहर 2017 में 9 वें स्थान से 7 वें स्थान पर आ गया था। भले ही पिंपरी चिंचवड शहर इस वर्ष शीर्ष दस शहरों में नहीं है। मगर कुछ अनुपात में शहर की रैंकिंग बढ़ी है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा स्वच्छ भारत का नारा दिये जाने के बाद से हर साल टॉप 10 में शामिल शहरों को प्रोत्साहित किया जाता है। 2016 में पिंपरी चिंचवड़ स्वच्छ भारत मिशन में शीर्ष 10 शहरों में था। इस सूची में यह शहर 9 वें और महाराष्ट्र से पहले नंबर पर था। मगर 2017 में पिंपरी चिंचवड शहर लगातार पीछे हो गया था। 9 वें स्थान से सीधे 72 वें नंबर पर फेंक दिया गया। 2018 में भी देश में 43 वें और राज्य में 6 वें स्थान पर था।

हालांकि, शहर के स्वच्छ सर्वेक्षण में, पिंपरी चिंचवड शहर अब और पीछे हो गया है। इस साल देश में 52वें और राज्य में 13वें स्थान पर आ जाने से शहर की क्लीन सिटी की पहचान मिट चली है। बीते दिन भोसरी में राष्ट्रवादी कांग्रेस की सभा में पूर्व उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने भी सत्तादल भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि हमने 15 सालों में पिंपरी चिंचवड की देश की बेस्ट सिटी के रुप में पहचान बनाई थी। मगर अब दो सालों में ही यह शहर कचरा सिटी बनकर रह गया है।