पिंपरी चिंचवड में पुलिस का नहीं रहा जोर; लोगों में बढ़ रहा आक्रोश

पिंपरी : समाचार ऑनलाईन – अलग आयुक्तालय शुरू होने के बाद अपराध का ग्राफ नीचे आने की पिंपरी चिंचवडकरों की उम्मीदों पर अब पानी फिरता नजर आने लगा है। शुक्रवार को बीच राह में बस रोककर एक कम्प्यूटर इंजीनियर की बेवजह हत्या की वारदात के बाद शनिवार को फिर एक वारदात ने पुलिस की नाकामियों को अधोरेखित कर दिया। बीती रात चिखली में गुंडों ने फिर एक बार दहशत फैलाने के इरादे से दो दुकानों में तोड़फोड़ मचाई। इससे पिंपरी चिंचवड में अपराधियों पर पुलिस का कोई जोर नहीं रहा, यह बात फिर साबित हो गई।
चिखली में तोड़फोड़ और पथराव की घटनाओं से स्थानीय लोगों में आक्रोश व्याप्त है। कल की वारदात के बाद लोगों का आक्रोश भड़का और उन्होंने रात में ही पिंपरी चिंचवड पुलिस आयुक्तालय पर मोर्चा निकाला। आखिर कब तक लोग गुंडों के आतंक के साये में जीते रहेंगे? यह सवाल उठाते हुए आक्रोशित लोगों ने शहर में बढ़ते अपराध की रोकथाम और अपराधियों की नकेल कसने की जोरदार मांग की। वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा ठोस कार्रवाई का भरोसा दिलाये जाने के बाद लोगों का गुस्सा थोड़ा शान्त हो सका और वे अपने घर लौट गए। तब कहीं जाकर पुलिस ने राहत की सांस ली।
बीती रात साढ़े नौ बजे चिखली के घरकुल परिसर में हुई तोड़फोड़ की वारदात के बारे में राजेंद्र मोहन डोणगे (39, निवासी घरकुल, चिखली) ने चिखली थाने में शिकायत दर्ज कराई है। इसके अनुसार पुलिस ने हर्षल विंचुरे, आकाश कोली, अनिकेत रणदिवे, छोट्या उर्फ आकाश और अन्य 16 आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। कोयता, रॉड, चॉपर जैसे घातक हथियारों से लैस होकर आए आरोपियों ने कल रात राजेंद्र की दुकान में तोड़फोड़ की और 4700 रुपये की नकदी छीन ली। इसके साथ ही बगल में एक और दुकान में भी तोड़फोड़ की गई। इलाके में अपनी गैंग की दहशत रहे इस इरादे से यह वारदात किये जाने का अनुमान है। बहरहाल चिखली में लगातार हो रही तोड़फोड़ की वारदातों से लोगों में भारी आक्रोश व्याप्त है।