पिंपरी चिंचवड में सत्ता खोना नहीं था इतना आसान

पिंपरी : समाचार ऑनलाइन – राष्ट्रवादी कांग्रेस का गढ़ समझे जानेवाले पिंपरी चिंचवड में सत्ता परिवर्तन हुए दो साल से ज्यादा समय बीत चुका है, मगर यहां मिली हार से राष्ट्रवादी के नेता आज भी सकते में नजर आते हैं। खुद पार्टी हाईकमान शरद पवार के एक बयान से यह बात साफ हो रही है। बुधवार को एक वीडियो कांफ्रेंसिंग में उन्होंने कहा कि इतने विकासकामों और लोगों के खुश रहने के बावजूद पिंपरी चिंचवड मनपा में राष्ट्रवादी का हारना इतना आसान नहीं था। यही नहीं उन्होंने यह कह कर एक बार फिर इस हार का ठीकरा ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) पर फोड़ने की कोशिश की, कि ईवीएम में गड़बड़ी संबन्धी उनका सन्देह आज भी कायम है।

मावल लोकसभा चुनाव क्षेत्र में पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ आज उन्होंने और पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष जयंत पाटिल ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये संवाद साधा।वाकड के कस्पटे बस्ती स्थित यशोदा मंगल कार्यालय में इस संवाद कार्यक्रम में मावल से राष्ट्रवादी के संभावित उम्मीदवार पार्थ पवार, युवक इकाई के प्रदेशाध्यक्ष उमेश पाटील, राष्ट्रवादी के शहराध्यक्ष संजोग वाघेरे, वरिष्ठ नगरसेवक भाऊसाहेब भोईर, नाना काटे, मयुर कलाटे, राजू मिसाल, विनोद नढे, महिला अध्यक्षा वैशाली कालभोर, नगरसेविका मंगला कदम, अपर्णा डोके, कार्याध्यक्ष प्रशांत शितोले, मच्छिंद्र तापकीर समेत मावल लोकसभा चुनाव क्षेत्र में पार्टी के कई आला नेता,
पदाधिकारी, कार्यकर्ता बड़ी संख्या में उपस्थित थे।

इस दौरान लोनावला के पूर्व शहराध्यक्ष राजू बोराटे ने पार्थ पवार को मावल से प्रत्याशी तय करने को लेकर शरद पवार का आभार माना। साथ ही उन्हें जिताने के लिए एकजुट होने का भरोसा दिलाया। इस पर पवार ने तत्काल जवाब देते हुए कहा कि, अभी किसी की उम्मीदवारी घोषित नहीं की गई है। दो- चार दिन में प्रदेशाध्यक्ष जयंत पाटिल पार्टी प्रत्याशियों की सूची जारी करेंगे। इसमें पार्टी जिसे भी प्रत्याशी घोषित करेगी उसे जिताने में जुट जाय। पवार ने इस तरह का बयान देकर न केवल सभी को चौंका दिया बल्कि मावल लोकसभा चुनाव क्षेत्र से राष्ट्रवादी के प्रत्याशी को लेकर ‘सस्पेंस’ भी बढ़ा दिया है। क्योंकि दो दिन पहले ही उन्होंने एक परिवार से ज्यादा प्रत्याशी न हो इसके लिए माढ़ा लोकसभा चुनाव क्षेत्र से चुनाव लड़ने की घोषणा की थी।