पैन्क्रियाटिक कैंसर से हुई मनोहर पर्रिकर की मौत, जानें कितनी खतरनाक हैं ये बीमारी

पणजी : समाचार ऑनलाइन – गोवा के सीएम मनोहर पर्रिकर का रविवार को निधन हो गया। बता दें कि वह लंबे से बीमार चल रहे थे। हालांकि बीमारी के बावजूद भी मनोहर पर्रिकर प्रशासनिक कार्य करते रहे। पिछले महीने वर्ल्ड कैंसर डे पर मनोहर पर्रिकर ने ट्वीट किया था। उस वक्त वह एम्स में भर्ती थे। चार फरवरी को वर्ल्ड कैंसर डे के मौके पर मनोहर पर्रिकर ने ट्वीट किया था।

अपने ट्वीट में मनोहर पर्रिकर ने लिखा था कि इंसान का दिमाग किसी भी बीमारी से जूझ सकता है। इसके साथ उन्होंने वर्ल्ड कैंसर डे हैशटैग का भी इस्तेमाल किया था। आपको बता दें कि मनोहर पर्रिकर की वाइफ मेधा पर्रिकर की मृत्यु साल 2001 में कैंसर के कारण ही हुई थी। मनोहर पर्रिकर ने 27 जनवरी को सिग्नेचर ब्रिज के उदघाटन में केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी के साथ थे। इसके बाद उन्होंने 30 जनवरी को गोवा विधानसभा में राज्य का बजट पेश किया था। इस दौरान उनकी नाक में नली लगी हुई थी।

ये हैं पैन्क्रियाटिक कैंसर के लक्षण –
कुछ गलत आदतों और बीमारियों के कारण कैंसर हो सकता है। कैंसर के प्रमुख कारण हैं- डायबीटीज, मोटापा, बढ़ती उम्र, स्मोकिंग आदि। वहीं एक्सपर्ट्स के मुताबिक अग्नाश्य के कैंसर के पांच से 10 फीसदी केस वंशानुगत होते हैं। अगर किसी के परिवारवालों या रिश्तेदार में ये बीमारी है तो उन्हें इस बीमारी का खतरा ज्यादा होता है।
पेट में तेज दर्द
पीठ में दर्द
खाना न पचना
भूख कम लगना
खाना निगलने में मुश्किल
सोमवार को होगा अंतिम संस्कार

मनोहर पर्रिकर को आज अंतिम विदाई दी जाएगी। चार बजे के आसपास मीरामार के लिए मनोहर पर्रिकर की शवयात्रा निकाली जाएगी। शाम साढ़े चार बजे मीरामार पर अंतिम विधि की जाएगी। शाम पांच बजे मनोहर पर्रिकर का अंतिम संस्कार किया जाएगा।