सराफा दुकान में 90 लाख के डकैती की वारदात सुलझी

पिंपरी : समाचार ऑनलाईन – सराफा दुकान में घुसकर दुकानदार पर फायरिंग करते हुए 90 लाख रुपए के जेवर लूटने की वारदात को वाकड़ पुलिस ने सुलझा लिया है। 6 मार्च को रहाटनी के पुणेकर ज्वेलर्स नामक दुकान में हुई इस वारदात के आरोपियों को वाकड़ पुलिस की डीबी (डिटेक्शन ब्रांच) की टीम ने हरियाणा से गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उनके पास से 23 लाख रुपए के सोने के जेवर, दो देशी पिस्तौल और दो मोटरसाइकिल बरामद किए गए हैं। इस वारदात को सुलझाने वाली पुलिस टीम को 10 हजार रुपए के इनाम की घोषणा पुलिस आयुक्त आरके पद्मनाभन ने की है।
सुभाष मोहनलाल बिश्नोई (24) निवासी मंगाली मोहबत, हिसार, हरियाणा और महिपाल दुधाराम जाट (21) निवासी बालेवाडी, पुणे ऐसे गिरफ्तार आरोपियों के नाम हैं। इन दोनों ने अपने अन्य पांच साथियों के साथ मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया है। बिश्नोई के खिलाफ प्रतिबंधित गुटखे की अवैध ट्रांसपोर्टेशन और आर्म एक्ट के तहत जेजुरी पुलिस थाने में मामला दर्ज है। वहीं महिपाल के खिलाफ राजस्थान में लूटपाट का मामला दर्ज रहने की जानकारी सामने आई है। उनके अन्य पांच साथियों की तलाश की जा रही है।
पुलिस आयुक्त आरके पद्मनाभन ने गुरुवार को एक पत्रकार वार्ता में जानकारी देते हुए बताया कि, 6 मार्च को रहाटनी के कोकने चौक में पुणेकर ज्वेलर्स नामक्स सराफा दुकान में फायरिंग करते हुए डकैतों ने पूरी दुकान लूट ली। जांघ में गोली लगने से दुकानदार दिव्यांक प्रदीप मेहता (25) निवासी आर्य वेदांत रेसीडेंसी, लिंक रोड, रहाटनी, पुणे घायल हो गए। इस वारदात में तीन किलो सोने- चांदी के जेवरात लूटने के बाद डकैतों ने अपनी पहचान न हो सके इसके लिए सीसीटीवी कैमरे के डीवीआर साथ ले गए। साथ में दुकान में काम करनेवाली मोनिका कंधारे (38) निवासी शिवराजनगर, रहाटनी, पुणे के मोबाइल फोन को तोड़कर फेंक दिया।
इस मामले की जांच के लिए वाकड़ पुलिस की चार अलग अलग टीम बनाई गई। आसपास की दुकानों के सीसीटीवी फुटेज देखने पर शाइन और पल्सर मोटरसाइकिलों पर सवार पांच संदिग्ध लोग नजर आए। चूंकि आरोपियों ने कोई सुराग नहीं छोड़ा था इसलिए मौका ए वारदात तक आने- जाने वाले रास्तों को जरिया बनाया। सात से आठ दिन तक सीसीटीवी फुटेज के आधार पर की गई जांच में आरोपियों के वाघोली में रहने का पता चला। मगर जब तक पुलिस वहां पहुंचती तब तक आरोपी हरियाणा निकल चुके थे। इसके बाद दो टीमें हरियाणा पहुंची और माहभर की मेहनत के बाद सुभाष बिश्नोई को धरदबोचा। उसने महिपाल और अन्य पांच साथियों के साथ मिलकर वारदात को अंजाम देने की बात स्वीकारी। इसके बाद महिपाल पर भी शिकंजा कस लिया गया। उनके अन्य साथियों की तलाश शुरू है।
इस गैंग ने पुणे के विमाननगर में एक सराफा दुकान और मंडी परिसर में हवाला का ऑफिस लूटने का प्लान बनाया था जो कि विफल हो गया था। यह भी जांच में सामने आया है। 90 लाख की डकैती की इस वारदात को सुलझाने में वाकड़ थाने के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक सतीश माने, निरीक्षक ज्ञानेश्वर साबले, उपनिरीक्षक हरेश माने, सिद्धनाथ बाबर, कर्मचारी शाम बाबा, बापूसाहेब धुमाल, विभीषण कन्हेरकर, मनोज बनसोड, नितिन डोरजे, जावेद पठान, विजय गंभीरे, दीपक भोसले, मधुकर चव्हाण, विक्रम कुदल, नितिन गैंगजे, सुरेश भोसले, रमेश गायकवाड़, भैरोबा यादव, दत्तात्रेय इंगले, डीडी सनस, विक्रम जगदाले, विक्रांत चव्हाण, सूरज सुतार, मयूर जाधव, हनुमंत राजगे, सागर सूर्यवंशी, नूतन कोंडे, मयूर वाडकर के समावेश वाली टीम ने अंजाम दिया।