जल्द सस्ती होंगी 78 दवाएं, सरकार ने उठाये ये कदम

नई दिल्ली : समाचार ऑनलाइन – सरकार द्वारा दवाईओं पर बड़ा कदम उठाया गया है। जिसमें 78 दवाएं सस्ती की गयी हैं। इसमें कई बड़े-बड़े बीमारियों की दवाएं शामिल हैं। इसके साथ ही सरकार ने कैंसर के इलाज में काम आने वाली गैर-अनुसूचित 42 दवाओं को मूल्य नियंत्रण के दायरे में लाने का फैसला किया है। बताया जा कि इसमें व्यापार मार्जिन 30 प्रतिशत पर नियत किया गया है।

इन दवाओं के दाम घटाए गए –
एनपीपीए ने कैंसर, मधुमेह, संक्रमण, अस्थमा, दर्द समेत अन्य बीमारी के इलाज में उपयोगी 36 दवाओं की कीमतें तय की हैं। एक अधिसूचना में राष्ट्रीय औषधि मूल्य निर्धारण प्राधिकरण (एनपीपीए) ने अधिसूचना में कहा कि उसने 22 दवाओं की खुदरा कीमतें तय की हैं तथा 14 की उच्च कीमतों को संशोधित किया है।
जिन दवाओं की कीमतों को संशोधित किया गया है, उसमें बुडेसोनाइड इनहेलेशन तथा जेंटामाइसिन इंजेक्शन शामिल हैं। जहां बुडेसोनाइड का उपयोग अस्थमा के इलाज में किया जाता है वहीं जेंटामाइसिन का उपयोग कीटाणुओं के संक्रमण के इलाज के लिये किया जाता है।

एनपीपीए के पास उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार इससे 105 ब्रांड का एमआरपी (अधिकतम खुदरा मूल्य) 85 प्रतिशत कम होगा। इससे ग्राहकों को 105 करोड़ रुपए की अच्छी-खासी बचत होगी। फिलहाल अनुसूचित श्रेणी के तहत कैंसर के इलाज में उपयोग 57 दवाएं कीमत नियंत्रण दायरे में हैं।

इन दवाओं के दाम में नियंत्रण –
इसके अलावा जिन अन्य दवाओं के खुदरा दाम नियत किये गये हैं। उसमें ट्रास्टुजुमाब इंजेक्शन (कैंसर के इलाज में उपयोगी) तथा मेटफोरमिन के साथ ग्लिकलाजाइड टैबलेट (डायबिटीज टाइप 2 के इलाज के लिये) शामिल हैं। एनपीपीए औषधि (कीमत नियंत्रण) आदेश, 2013 के तहत अनुसूची एक के अंतर्गत आने वाली जरूरी दवाओं के खुदरा मूल्य को नियत करता है।

राष्ट्रीय औषधि मूल्य निर्धारण प्राधिकरण (एनपीपीए) ने कीमत नियंत्रण आदेश, 2013 के पैरा 19 के तहत जनहित में असाधारण शक्तियों का उपयोग कर कैंसर के इलाज में उपयोग गैर-अनुसूचित 42 कैंसर दवाओं को व्यापार मार्जिन युक्तिसंगत बनाकर मूल्य नियंत्रण के दायरे में लाने का फैसला किया है। औषधि विभाग ने एक अधिसूचना में कहा कि इसके तहत सरकार 42 गैर-अनुसूचित दवाओं के व्यापार मार्जिन को 30 प्रतिशत पर नियत करती है और विनिर्माताओं को उत्पाद की पहले बिक्री बिंदु के आधार पर खुदरा मूल्य तय करने को कहा गया है।

इसके अलावा जिन अन्य दवाओं के खुदरा दाम नियत किये गये हैं, उसमें ट्रास्टुजुमाब इंजेक्शन (कैंसर के इलाज में उपयोगी) तथा मेटफोरमिन के साथ ग्लिकलाजाइड टैबलेट (डायबिटीज टाइप 2 के इलाज के लिये) शामिल हैं। एनपीपीए औषधि (कीमत नियंत्रण) आदेश, 2013 के तहत अनुसूची एक के अंतर्गत आने वाली जरूरी दवाओं के खुदरा मूल्य को नियत करता है।