मनपा के चतुःशृंगी जलापूर्ति विभाग की ओर से बोर्ड को पानी की सप्लाई की जाती है। इससे पहले मनपा द्वारा जकात के जरिए पानीपट्टी के पैसे बोर्ड की ओर से वसूले जाते थे, लेकिन वर्ष 2103 में जकात भी बंद हो गई। जलापूर्ति विभाग द्वारा बोर्ड की सीमा में 262 वाटर पोस्ट व 2 हजार कनेक्शंस जनता के लिए दिए गए हैं। जनता को पानी के बिल भरने के लिए शिवाजीनगर, औंध स्थित क्षेत्रीय कार्यालयों में जाना पड़ता है। बोर्ड की सीमा में वाटर बिल भरने की सुविधा न होने से जनता भी त्रस्त है।
बोर्ड के मुख्य अभियंता प्रेम वरदानी ने बताया, पानीपट्टी के बिल बकाया हैं या नहीं इस बारे में जानकारी ली जाएगी। इस संबंध में पुणे मनपा के जलापूर्ति विभाग के मुख्य अभियंता वी।जी। कुलकर्णी से संपर्क नहीं हो सका। उधर, बोर्ड के उपाध्यक्ष कमलेश चासकर ने आश्चर्य जताते हुए कहा, इतने बड़े पैमाने में पानीपट्टी का बकाया होने की जानकारी हमें नहीं है।