‘जल संरक्षणकर्ताओं के पक्ष में करें मतदान’

 भोपाल, 16 अप्रैल (आईएएनएस)| जल-प्रेमियों ने यहां मंगलवार को ‘भारत की जनता का चुनाव घोषणापत्र’ जारी कर लोगों से अपील की कि वे उन्हीं उम्मीदवारों व दलों के पक्ष में मतदान करें, जो जल संरक्षण के हिमायती हों।

  उन्होंने कहा कि देश का एक बड़ा हिस्सा जल संकट की जद में है, एक तरफ खेती चौपट हो चली है तो दूसरी ओर पलायन बढ़ गया है। राजनीतिक दलों को भी इन समस्याओं से वाकिफ कराया जाए।

राजधानी के गांधी भवन में जल-जन जोड़ो अभियान के कार्यक्रम में ‘भारत की जनता का चुनाव घोषणा पत्र, राजनीतिक दलों की प्रतिबद्धताएं एवं वर्तमान संदर्भ, लोकसभा चुनाव 2019’ जलपुरुष के रूप में पहचाने जाने वाले राजेंद्र सिंह, जल-जन जोड़ो के राष्ट्रीय संयोजक संजय सिंह, सामाजिक कार्यकर्ता मनीष राजपूत व अन्य लोगों ने जारी किया।

इस घोषणापत्र में बताया गया है कि देश के 16 राज्यों के 362 जिले जल संकट से जूझ रहे हैं। इतना ही नहीं, देश की 90 फीसदी नदियां सूख गई हैं और उनमें सिर्फ पानी होता है तो वह बरसात के समय होता है। गंगा जैसी पवित्र नदी भी पहले से अधिक प्रदूषित हो चुकी है। यही हाल देश की अन्य नदियों का भी है।

कहा गया है कि राजनीतिक दलों से जुड़े लोग चुनाव में वोट हासिल करने के लिए ऐसे मुद्दों को हवा देते हैं, जिनका आम जनता की जिंदगी से कोई सरोकार नहीं होता। राजनीतिक दलों के घोषणापत्रों में पानी, पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन जैसे वास्तविक मुद्दों को जगह नहीं दी गई है।

घोषणापत्र में कहा गया है कि पिछले लोकसभा चुनाव के समय गंगा की अविरलता, निर्मलता के लिए खूब वादे किए गए थे। उन वादों को जनता का अभूतपूर्व जनसमर्थन मिला। मगर सत्ता में आने के बाद सत्ताधारी सारे वादे भूल गए। यही कारण है कि गंगा की हालत और बुरी हो गई है।

इस मौके पर राजेंद्र सिंह ने बताया कि इस घोषणापत्र को देश के विभिन्न हिस्सों में आमजन तक पहुंचाया जा रहा है। भोपाल से पहले देश की 12 राजधानियों में यह घोषणापत्र जारी किया जा चुका है। इस घोषणापत्र को गांव-गांव तक पहुंचाया जा रहा है। इस काम में जल बिरादरी सहित अन्य संगठनों के लोग लगे हुए हैं।

उन्होंने कहा कि इस घोषणापत्र के जरिए आम मतदाताओं से अपील की जा रही है कि वे मतदान करते वक्त सभी उम्मीदवारों का आकलन करें, उसके कामकाज की समीक्षा करें और इसका ख्याल रखें कि प्राकृतिक संसाधनों के प्रति किस उम्मीदवार का नजरिया क्या है और इसी के आधार पर मतदान करें।