उड़ानें रद्द होने से हवाई किराए में 100 फीसदी से ज्यादा की वृिद्ध

 नई दिल्ली/मुंबई, 14 मार्च (आईएएनएस)| सरकार के 737 मैक्स विमान के परिचालन को रोके जाने और कई अन्य कारणों से कई विमानन कंपनियों द्वारा परिचालन रद्द किए जाने से हवाई यात्रियों को अधिक हवाई किराए और कम विमान विकल्प की विकट संभावनाओं का सामना करना पड़ रहा है।

 उद्योग सूत्रों के मुताबिक, अंतिम क्षणों में बुकिंग कराने में कुछ सेक्टरों में 100 फीसदी से ज्यादा की वृद्धि देखी गई है।

इक्सिगो के सीईओ और सह-संस्थापक आलोक बाजपेई ने कहा, “विभिन्न कारकों से बड़ी संख्या में विमानों का परिचालन रुका हुआ है और इससे सीट क्षमता में कमी आई है, जिससे रातोंरात में विमान किराए में वृद्धि हुई है। दिल्ली-मुंबई, मुंबई-चेन्नई, मुंबई कोलकाता और मुंबई-बेंगलुरू जैसे मुख्य मार्गो पर हवाई किराए में पिछले साल इस वक्त की तुलना में बुधवार को अंतिम क्षणों में बुकिंग कराने में 100 फीसदी से ज्यादा की वृद्धि हुई है।”

उन्होंने कहा, “मुंबई-चेन्नई के लिए मौजूदा किराया 26,073 रुपये पहुंच गया है जबकि पिछले साल इसी अवधि में किराया 5,369 रुपये था। बढ़ती मांग के परिणामस्वरूप होली और गर्मियों की छुट्टियों के नजदीक होने से अधिक हवाई किराए के बने रहने की उम्मीद है।”

इथियोपिया में दुर्घटना के बाद भारत सरकार ने बुधवार को 737 मैक्स विमान का परिचालन रोकने का फैसला किया था जिससे स्पाइसजेट और जेट एयरवेज जैसी विमानन कंपनियों का परिचालन काफी प्रभावित हुआ।

भारत में स्पाइसजेट 12 व जेट एयरवेज पांच 737-800 मैक्स विमानों का परिचालन करता है। जेट फ्लीट का एक हिस्सा अन्य कारणों से भी उड़ान नहीं भर पा रहा है।

परिचालन रोके जाने से स्पाइसजेट को बुधवार को 14 उड़ानों को रद्द करना पड़ा। गुरुवार को इसकी संख्या 32 तक पहुंच सकती है।

स्पाइसजेट के अलावा वित्तीय चुनौतियों का सामना कर रहे जेट एयरवेज के पहले से ही चार विमान परिचालन से बाहर हैं। ये चार विमान पट्टाकर्ताओं की बकाया राशि का भुगतान नहीं किए जाने के कारण परिचालन से बाहर हैं, जिससे कुल संख्या 32 पहुंच गई है।

करीब 50 विमान कलपुरजों की कमी सहित विभिन्न कारणों से परिचालन से बाहर बताए जा रहे हैं।